देखें तस्वीरें: जिस कब्रिस्तान में मेमन हुआ दफन वहां कई फिल्मी सितारे सो रहे हैं सुकून की नींद
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। मुंबई में 12 मार्च, 1993 को हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों के दोषी याकूब अब्दुल रज्जाक मेमन को गुरुवार को नागपुर केंद्रीय कारागार में फांसी दे दी गई। जिंदगी के लिए उसने फांसी से दो घंटे पहले तक कानूनी लड़ाई लड़ी। याकूब के शव को दक्षिणी मुंबई के मरीन लाइंस के निकट बड़ा कब्रिस्तान में लाया गया जहां उसे नमाज-ए-जनाजा अदा करने के बाद दफन कर दिया गया।
आपको शायद पता नहीं होगा कि जिस बड़ा कब्रिस्तान में मेमन को दफनाया गया वो सिर्फ नाम से बड़ा नहीं बल्कि उसका आकार और पहचान दोनो बड़ा है। जी हां यह कब्रिस्तान देश के सबसे बड़े कब्रिस्तान में से एक है। इसके एक तरफ हिंदू चंदनवाड़ी श्मसान घाट है तो दूसरी तरफ पारसी श्मसान स्थल।
इस
कब्रिस्तान
में
अंडरवर्ल्ड
के
खतरनाक
नाम
से
लेकर
फिल्मी
दुनिया
की
जानी-मानी
हस्तियां
चैन
की
नीद
सो
रहे
हैं।
गौरतब
है
कि
बड़ा
कब्रिस्तान
करीब
7.5
एकड़
में
फैला
है।
यहां
अबतक
7000
कब्रे
हैं।
इसका
इतिहास
150
साल
पुराना
है
और
इसकी
देखरेख
जामा
मस्जिद
ट्रस्ट
कर
रही
है।
तो
आईए
तस्वीरों
में
देखते
हैं
उन
चेहरों
को
जिसे
यहां
दफनाया
गया
है:
हाजी मस्तान
मुंबई का पहला डॉन हाजी मस्तान की कब्र इसी कब्रिस्तान में है। हाजी मस्तान के नाम का सिक्का 70 के दशक में पूरी मुंबई में चलता था। राजनीति से बॉलीवुड तक उसकी जान पहचान थी। हाजी मस्तान की खासियत ये थी कि उसने न तो कभी किसी की जान ली और नहीं कभी गोली चलाई। लेकिन इसके बावजूद वो अपराध की काली दुनिया में सबसे बड़ा नाम बन गया।
करीम लाला
डी कंपनी का मालिक और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम ने जिसकी अंगुली पकड़ कर अपराध की दुनिया में आया उसका नाम था करीम लाला। करीम लाला का शव भी बड़ा कब्रिस्तान में ही दफन है।
दाऊद के बाप, मां, भाई, बहन और बहनोई
मुंबई बम विस्फोटों के असली अपराधी दाऊद इब्राहिम के पिता इब्राहिम कासकर, मां अमीना बी, भाई शब्बीर, बहनोई इब्राहिम पारकर और बहन हसीना पारकर की कब्रें भी इसी कब्रिस्तान में हैं।
नरगिस
अपने जमाने की जानी-मानी अदाकारा और मदर इंडिया के नाम से फिल्मी दुनिया में पहचान बनाने वाली नरगिस का भी शव बड़ा कब्रिस्तान में ही दफन है।
डायरेक्टर महबूब खान
नरगिस
जैसी
फिल्म
का
र्निदेशन
करने
वाले
महबूब
खान
को
भी
बड़ा
कब्रिस्तान
में
दफनाया
गया
है।
दाऊद के परिवार का आखिरी आराम स्थल है बड़ा कब्रिस्तान
दाऊद के बड़े भाई शब्बीर की 1981 में पठान गैंग द्वारा हत्या के बाद जब उसे यहां दफनाया गया, तब कासकर परिवार ने तय किया कि उनके आखिरी आराम का स्थल बड़ा कब्रिस्तान ही रहेगा।
दाऊद खुद चाहता है यहां दफन होना
डी कंपनी के पुराने लोग बताते हैं कि दाऊद भी अपने लिए यहीं माता-पिता के पास जगह पाने की इच्छा व्यक्त करता रहा है। उसे माता-पिता और परिवार से बहुत प्यार है।