कांग्रेस की जीत के बाद 'बाबरी की माँग', क्या है सच्चाई
जुनैद ज़ुबैरी के अनुसार, ये वीडियो बाबरी मस्जिद की बरसी पर संभल में आयोजित जुलूस का है.
जुनैद ज़ुबैरी के यू-ट्यूब पेज पर बाबरी मस्जिद की बरसी का एक और वीडियो साल 2017 में पोस्ट किया गया था.
संभल के कुछ स्थानीय लोगों ने हमें बताया कि मुस्लिम लीग हर साल 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद की बरसी पर शहर में एक जुलूस निकालती रही है. लेकिन इसे बेहद छोटे स्तर पर आयोजित किया जाता है.
'विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत को 24 घंटे भी नहीं हुए और बाबरी मस्जिद लेकर रहेंगे, पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे सुनाई देने लगे'.
इस कमेंट के साथ सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है. कुछ लोगों ने इस वीडियो को राजस्थान, तो कुछ ने इसे मध्य प्रदेश चुनाव में कांग्रेस की जीत से जोड़कर पोस्ट किया है.
इस वीडियो में लोगों का एक छोटा काफ़िला दिखाई देता है जिन्होंने हाथों में हरे झंडे ले रखे हैं. कुछ लोगों के हाथ में काले पोस्टर भी दिखाई देते हैं और नारों की आवाज़ सुनाई देती है.
फ़ेसबुक सर्च से पता चलता है कि बीते 48 घंटों में इस वीडियो को सैकड़ों बार पोस्ट और शेयर किया गया है.
वहीं ट्विटर पर भी कथित तौर पर ज़िम्मेदार समझे जाने वाले कई लोगों ने इस वीडियो को शेयर किया है.
कनाडा के टोरंटो शहर से स्तंभकार और लेखक तारेक फ़तेह ने भी इस वीडियो को ट्वीट किया.
उन्होंने लिखा, "राजस्थान में मुसलमानों ने हरे इस्लामिक झंडे हाथ में थामकर, 'अल्लाह-हू-अक़बर' चिल्लाते हुए रैली निकाली."
https://twitter.com/TarekFatah/status/1073254954595364864
तारेक से पहले सामाजिक कार्यकर्ता और लेखिका मधु पूर्णिमा किश्वर भी ये वीडियो ट्वीट कर चुकी थीं.
उन्होंने इस वीडियो को प्राथमिकता से दिखाने के लिए अपने हैंडल पर पिन किया और लिखा, "कांग्रेस की जीत को 24 घंटे नहीं हुए, बाबरी मस्जिद की माँग और पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे सुनाई देने लगे."
तारेक और मधु, दोनों के ही ट्वीट हज़ारों बार रिट्वीट किये गए हैं.
लेकिन अपनी पड़ताल में हमने पाया कि इस वायरल वीडियो का राजस्थान या मध्य प्रदेश में कांग्रेस की जीत से कोई लेना-देना नहीं है.
https://twitter.com/madhukishwar/status/1073234142425305088
वीडियो की पड़ताल
भारतीय मॉडल कोइना मित्रा ने भी गुरुवार देर रात वही वीडियो ट्वीट किया जिसे मधु किश्वर ने अपने हैंडल से शेयर किया है.
उन्होंने लिखा, "भारत विरोधी तत्व बाहर निकल आए हैं."
यहाँ ये बता दें कि मधु किश्वर ने जो वीडियो शेयर किया है, उसमें कोई आवाज़ सुनाई नहीं देती. बावजूद इसके उन्होंने 'पाकिस्तान ज़िदाबाद' के नारे सुनाई पड़ने का दावा किया है.
https://twitter.com/koenamitra/status/1073282220402589696
बहरहाल, वीडियो में दिख रहे 'श्री बाला जी पेन्ट्स, हार्डवेयर', हरे झंडे-बैनर और उनपर की गई लिखाई के आधार पर हमने अपनी पड़ताल की तो पता चला कि ये वीडियो उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले का है.
पोस्टर पर लिखी जानकारी के अनुसार, संभल शहर की 'मिनजानिब इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग' ने इस रैली का आह्वान किया था.
रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिए हमें यू-ट्यूब पर दो साल पहले (6 दिसंबर 2016) पोस्ट किया गया इसका ऑरिजनल वीडियो मिला.
बाबरी मस्जिद ढहने के अगले दिन क्या-क्या हुआ?
https://www.youtube.com/watch?v=QfY0wTo4Xi0)
इस वीडियो को जुनैद ज़ुबैरी ने यू-ट्यूब पर पोस्ट किया था जिसे सवा छह लाख से ज़्यादा लोग अब तक देख चुके हैं.
जुनैद ज़ुबैरी के अनुसार, ये वीडियो बाबरी मस्जिद की बरसी पर संभल में आयोजित जुलूस का है.
जुनैद ज़ुबैरी के यू-ट्यूब पेज पर बाबरी मस्जिद की बरसी का एक और वीडियो साल 2017 में पोस्ट किया गया था.
संभल के कुछ स्थानीय लोगों ने हमें बताया कि मुस्लिम लीग हर साल 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद की बरसी पर शहर में एक जुलूस निकालती रही है. लेकिन इसे बेहद छोटे स्तर पर आयोजित किया जाता है.
उन्होंने ये भी बताया कि इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग बीते कई सालों से बाबरी मस्जिद के पुनर्निर्माण की माँग कर रही है और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार से पहले अखिलेश यादव की सरकार में भी ऐसे जुलूस होते रहे हैं.
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