भागलपुर हिंसा: BJP मंत्री बोले, 'मुझे गर्व है कि मेरा बेटा भाजपा-RSS का स्वयंसेवक है'
नई दिल्ली। बिहार के भागलपुर में 17 मार्च को नाथनगर में दो पक्षों के बीच हुआ विवाद अब खत्म हो गया है। इस मामले में आज मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने अपने बेटे का पक्ष लेते हुए कहा कि, मुझे गर्व है कि वह भाजपा और आरएसएस का स्वयंसेवक है। मुझे यात्रा में शामिल हुए सभी कार्यकर्ताओं पर भी गर्व है। शोभा यात्रा को पुलिस सुरक्षा दे रही थी, कार्यकर्ता ने नियमों का उल्लंघन नहीं किया। बताते चलें कि इस मामले में केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के पुत्र को अर्जित शाश्वत को पुलिस ने आरोपी बनाया है। अर्जित ही शनिवार को उस यात्रा को लीड कर रहा था, जिसमें पत्थरबाजी हुई और शहर में हिंसा भड़क उठी थी।
यही नहीं अश्विनी कुमार चौबे ने पुलिस पर आरोप लगाया कि, कुछ अराजक तत्वों ने यात्रा में खलल डालने की कोशिश की थी, लेकिन वह उन्हें पकड़ने में असमर्थ हैं और वे शोभायात्रा को दोषी ठहरा रहे हैं। प्रशासन अंधा हो गया है। आपको बता दें कि इससे पहले अपने बेटे का पक्ष लेते हुए अश्विनी चौबे ने कहा था कि, मेरा पुत्र तो हजारों-लाखों में है। मुझे गर्व है कि अर्जित मेरा पुत्र है। पार्टी का एक वरिष्ठ सहयोगी कार्यकर्ता होने के नाते उसने भारतीय नव वर्ष पर भारत माता की झांकी व शोभायात्रा निकाली। जहां तक बात है कि प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई थी।
वहीं अश्विनी चौबे ने कहा था कि भारत में रह कर वंदे मातरम और हे राम कहना गुनाह है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। यह राम की धरती है और भारत माता की शोभायात्रा निकालना किसी तरह का गुनाह नहीं है। अगर यह सांप्रदायिक बात है तो महात्मा गांधी भी सबसे बड़े सांप्रदायिक थे। गांधी जी मरते-मरते भी हे राम कह कर ही इस धरती को छोड़ कर गए थे।