बीएसएफ जवान पर गरमाई सियासत, केजरीवाल ने पूछा, 'मोदी जी, तेज बहादुर कहां है'
जवान तेज बहादुर यादव की पत्नी ने दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया है। हाईकोर्ट में एक याचिका के जरिए परिजनों ने कहा है कि उन्हें पता ही नहीं है कि तेज बहादुर कहां हैं?
नई दिल्ली। फेसबुक पर वीडियो डालकर खराब खाने की शिकायत करने वाले बीएसएफ के जवान तेज बहादुर यादव के मामले को लेकर अब सियासत भी गरमाने लगी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए ट्वीट किया है। केजरीवाल ने ट्वीट कर पूछा, 'मोदी जी, तेज बहादुर कहां है।'
वहीं, इस मामले में जवान तेज बहादुर यादव की पत्नी ने दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया है। हाईकोर्ट में एक याचिका के जरिए परिजनों ने कहा है कि उन्हें पता ही नहीं है कि तेज बहादुर कहां हैं? उन्होंने कहा कि उनकी बात तेज बहादुर से नहीं हो पा रही है। जानकारी के मुताबिक तेज बहादुर की अपनी पत्नी से आखिरी बार सात फरवरी को बात हुई थी।
ये है पूरा मामला
आपको बता दें कि पिछले दिनों तेज बहादुर यादव ने फेसबुक पर कुछ वीडियो शेयर किए थे। उन्होंने वीडियो के जरिए सेना में जवानों की स्थिति को दिखाने की कोशिश की। वीडियो में उन्होंने बताया कि चंद अफसरों की वजह से उन्हें किस हाल में नौकरी करनी पड़ती है। उन्हें जो खाना मिलता है उसकी क्वालिटी बेहद खराब होती है। सीमा पर तैनाती के दौरान उन्हें न तो ठीक से खाना मिलता है और न ही आराम। तेज बहादुर ने कहा कि भारत सरकार की ओर से उन्हें सभी वस्तुएं भेजी जाती हैं लेकिन अफसर इस सामान को बेच देते हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से मामले की जांच कराने की अपील की थी।
बीएसएफ ने उठाए जवान पर ही सवाल
इसके बाद गृह मंत्रालय ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए। तेज बहादुर के आरोपों पर बीएसएफ ने कहा कि जवान का अतीत मुश्किलों भरा रहा है। अपने करियर के शुरूआती दिनों से ही उसे रोजाना काउंसलिंग की जरूरत थी। BSF की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया कि वो हमेशा से नियमों का उल्लंघन करता रहा है। वो बिना अनुमति के अनुपस्थित रहता है। इसके अलावा वह बहुत पहले से शराब का सेवन और अपने वरिष्ठ अधिकारियों से दुर्व्यवहार करता रहा है। बीएसएफ ने कहा कि इन्हीं वजहों से इस शख्स ने एक ही विशेष अधिकारी की जिम्मेदारी के तहत हेडक्वार्टर में अपनी सेवाए दी हैं।
रोटी की मांग करना गलत तो नहीं: शर्मिला
बीएसएफ अधिकारियों के इन आरोपों पर जवान तेज बहादुर की पत्नी ने अपने पति का बचाव किया। उनकी पत्नी शर्मिला ने कहा कि अगर उनके पति की मानसिक हालत सही नहीं थी तो फिर उन्हें बॉर्डर पर क्यों तैनात किया गया था? उनके हाथ में बंदूक क्यों दी गई? शर्मिला ने कहा कि रोटी की मांग करना गलत तो नहीं है। हमें न्याय मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके पति ने जो किया वो सही किया, वही सच है। शर्मिला ने यह भी कहा कि फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि अधिकारी उन पर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जांच के नाम पर सिर्फ दिखावा किया जा रहा है। ये भी पढ़ें-