अरुण जेटली बोले-रेलवे जरूरी कामों के लिए करेगा आउटसोर्टिंग
देश के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने साफ कर दिया है कि रेलवे हॉस्पिलिटी और कैटरिंग जैसी सेवाओं के लिए आउटसोर्सिंग पर सरकार का जोर रहेगा।
नई दिल्ली। देश के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने साफ कर दिया है कि रेलवे हॉस्पिलिटी और कैटरिंग जैसी सेवाओं के लिए आउटसोर्सिंग पर सरकार का जोर रहेगा।
साथ ही उन्होंने कहा कि रेलवे में सर्विस चाहने वाले लोगों को इसके लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि रेलवे को खुद मजबूत करना होगा नहीं तो वो यात्री और गुड्स ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र रोड ट्रांसपोर्ट और विमानन क्षेत्र से पीछे रह जाएगा।
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उन्होंने साफ किया कि रेलवे का काम रेल चलाना और सेवाएं देना है। रेलवे का काम हॉस्पिलिटी का नहीं है। ऐसे में सरकार को इसके लिए ऐसी सुविधाओं को देने के लिए आउटसोर्सिंग करनी होगी। उन्होंने दावा किया कि पूरी दुनिया में आज आउटसोर्सिंग की जा रही है।
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उन्होंने कहा कि पिछले सालों के दौरान रेलवे सिर्फ लोगों को लुभाने के लिए योजना करती रही। हर साल सिर्फ यहीं जानना चाहते थे कि इस बार कितनी नई ट्रेनों की घोषणा की गई। उन्होंने कहा कि रेलवे को ऐसे एकाउंट बनाने होंगे जो ये वास्तविकता दर्शाने वाले होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सरकार ने इस साल सितंबर में 92 साल से चली आ रही रेल बजट को अलग पेश करने की परंपरा को समाप्त करने की घोषणा की। वित्त वर्ष 2017-18 के आम बजट में रेल बजट को मिलाने का फैसला किया गया है।
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