कश्मीर हिंसा में पाकिस्तानी सेना का हाथ, आतंकी ने किया खुलासा
इस महीने के अंत तक एजेंसी लश्कर ए तोएबा के आतंकी बहादुर अली के खिलाफ चार्जशीट दायर करेगी। उसे 8 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था।
नई दिल्ली। हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद जम्मू-कश्मीर में भड़की हिंसा को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बड़ा खुलासा किया है। एजेंसी ने कश्मीर में हिंसा और आतंकवाद को बढ़ावा देने में पाकिस्तानी सेना की भूमिका को उजागर किया है।
इस महीने के अंत तक एजेंसी लश्कर ए तोएबा के आतंकी बहादुर अली के खिलाफ चार्जशीट दायर करेगी। उसे 8 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। चार्जशीट में एनआईए इस बात का जिक्र करेगी कि किस तरह पाकिस्तानी सेना के मेजर और कैप्टन न सिर्फ लश्कर और जैश ए मोहम्मद के आतंकियों को घुसपैठ में मदद कर रहे हैं बल्कि उन्हें सेना के हथियार देकर भारत में तबाही के लिए ट्रेन भी कर रहे हैं।
तस्वीरें गवाह हैं, दिल्ली एनसीआर की हवा खराब है जनाब
पीओके
में
बना
रखा
है
कंट्रोल
रूम
बहादुर
अली
की
ओर
से
किए
गए
खुलासों
के
आधार
पर
एनआईए
को
पता
चला
कि
लश्कर
के
प्रमुख
हाफिज
सईद
और
उसके
दामाद
वालीद
ने
पाकिस्तान
अधिकृत
कश्मीर
(POK)
के
मुजफ्फराबाद
में
अल्फा-3
नाम
से
कंट्रोल
रूम
बना
रखा
है।
इसी
कंट्रोल
रूम
से
आतंकियों
को
कश्मीर
घाटी
में
हिंसा
और
आतंकी
घटनाओं
के
लिए
निर्देश
दिए
जाते
हैं।
यहीं
से
कश्मीर
घाटी
में
पत्थर
फेंकने
वालों
को
भी
उकसाया
जाता
रहा
है।
पाकिस्तानी
सेना
ने
दी
थी
आतंकियों
को
ट्रेनिंग
एनआईए
की
जांच
में
खुलासा
हुआ
कि
बहादुर
अली
के
पास
जो
हथियार
और
गैजेट
बरामद
हुए
हैं
वह
सिर्फ
पाकिस्तानी
सेना
के
पास
मौजूद
हैं।
21
वर्षीय
अली
तो
जीपीएस
के
सहारे
टारगेट
लोकेशन
पर
पहुंचने,
कंपास
के
इस्तेमाल
की
ट्रेनिंग
भी
सेना
के
एक्सपर्ट्स
ने
दी
थी।
पाकिस्तान
के
पंजाब
प्रांत
के
रहने
वाले
बहादुर
अली
ने
बताया
कि
भारतीय
सीमा
पर
घुसपैठ
से
पहले
उसे
और
उसके
साथियों
से
मिलने
के
लिए
पाकिस्तानी
सेना
के
कई
अफसर
एलओसी
के
पास
आए
थे
और
उन्हें
प्लान
भी
ब्रीफ
किया
था।
पढ़ें: शोपियां में एनकाउंटर, हिजबुल आतंकी ढेर, दो जवान घायल
जारी
किया
गया
था
12
मिनट
का
वीडियो
बहादुर
अली
की
गिरफ्तारी
के
बाद
एनआईए
ने
उसके
कबूलनामे
को
लेकर
12
मिनट
का
वीडियो
भी
जारी
किया
था,
जिसमें
उसने
पाकिस्तानी
सेना
के
अधिकारियों
और
आतंकियों
के
बीच
मिलीभगत
का
खुलासा
किया
था।
चार्जशीट
में
एनआईए
ने
पीओके
में
स्थित
आतंकी
ट्रेनिंग
कैंप
का
भी
जिक्र
किया
है।