बीच रास्ते में ओला ड्राइवर ने घायल को कार से बाहर फेंका, मौत
ओला कार की टक्कर लगने से एक युवक बुरी तरह जख्मी हो गया तो उसका इलाज कराने के बजाय ड्राइवर ने घायल अवस्था में युवक को बीच सड़क में फेंककर फरार हो गया।
नवी मुंबई। ओला कार की टक्कर लगने से एक युवक बुरी तरह जख्मी हो गया तो उसका इलाज कराने के बजाय ड्राइवर ने घायल अवस्था में युवक को बीच सड़क में फेंककर फरार हो गया जिससे युवक की मौत हो गई। पुलिस ने ओला कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है।
भीड़ का गुस्सा देख ड्राइवर ने गाड़ी में बैठाया
घटना खारघर की है जहां ओला टैक्सी की टक्कर से सचिन सुर्वे बुरी तरह घायल हो गए। सड़क दुर्घटना के दौरान घटनास्थल पर काफी भीड़ जमा हो गई थी। भीड़ का गुस्सा देखकर ओला ड्राइवर ने सचिन के इलाज की जिम्मेदारी लेने का झूठा नाटक करके घायल को ओला में लेटाया और हॉस्पिटल ले जाने के बहाने नेरूल में एक सुनसान जगह पर फेंक कर चला गया। समय पर उपचार नहीं मिलने की वजह से सचिन की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने गाड़ी के मालिक रईस खान को गिरफ्तार किया है, पर रईस खान ने अपनी सफाई में कहा कि टैक्सी को ड्राइवर चला रहा था।
अस्पताल में नहीं मिला पति
सचिन सुर्वे की पत्नी रूपाली सुर्वे ने कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। जब सड़क हादसा हुआ तब सचिन की पत्नी को फोन करके नागरिकों ने इतला कर दिया था साथ ही यह भी बताया था कि उनके पति को इलाज के ओला ड्राइवर सीबीडी के एमजीएम हॉस्पिटल ले गया है। जब पत्नी ने उस हॉस्पिटल में पहुंची तो सचिन सुर्वे को वहां एडमिट नहीं किए जाने की जानकारी मिली। साथ ही पति का फोन भी बंद आ रहा था। रूपाली अपने गायब पति को ढूंढने के लिए ओला कंपनी से संपर्क कर रही थी ताकि वो अपने पति का लोकेशन जान सकें पर कंपनी से किसी भी तरह का रिसपॉन्स नहीं मिल रहा था। जिसके चलते पत्नी ने सीबीडी पुलिस स्टेशन में मामले की शिकायत की।
ओला कंपनी पर कार्रवाई की मांग
पुलिस के सहयोग से पत्नी ने आखिरकार अपने पति को खोज निकाला पर तब तक काफी देर हो चुकी थी। सचिन की सड़क किनारे लथपथ अवस्था में लाश मिली। ओला कंपनी ने अगर सही समय पर सचिन को लेकर गायब हुए ड्राइवर का लोकेशन रूपाली और पुलिस को दिया होता तो शायद सचिन की जान बच गई होती। रूपाली सुर्वे अपनी पति के लिए जिम्मेदार कंपनी और उसके ड्राइवरपर कारवाई की मांग कर रही है। ओला कंपनी के खिलाफ शिकायत दाखिल की गई है।