मालवीय को भारत रत्न तो सर सैयद अहमद को क्यों नहीं ?
नई दिल्ली( विवेक शुक्ला) महामना पंडित मदन मोहन मालवीय को भारत रत्न से नवाजा तो फिर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के संस्थापक सर सैयद अहमद खां को इस सम्मान से क्यों नहीं नवाजा ? अब इस सवाल पर सियासत गर्मा रही है। उन्हें भी भारत रत्न देने की मांग जोर पकड़ रही है।
पीएम को ज्ञापन दिया
अलीगढ़ में यूनिवर्सिटी के छात्र इस मसले पर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जता रहे हैं जब से मालवीय जी को भारत रत्न देने की घोषणा हुई है। दिल्ली में भी अलीगढ़ के पुराने छात्र मिल रहे हैं रणनीति बनाने के लिए। अलीगढ़ में ये छात्र हाथ में पोस्टर लेकर केंद्र सरकार से सवाल पूछे रहे हैं कि सर सैयद अहमद खां को भारत रत्न क्यों नहीं?
इन छात्रों ने प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेज सर सैयद अहमद को भारत रत्न देने की मांग की है। छात्रों की संस्था सर सैयद माइनॉरिटी फाउंडेशन ऑफ इंडिया (एसएसएम) के बैनर तले विरोध दर्ज कराया गया। संस्था ने दस हजार छात्रों से हस्ताक्षरित ज्ञापन प्रधानमंत्री के नाम सौंपा।
प्रसन्नता जताई
इसमें छात्रों ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और बीएचयू के संस्थापक महामना पंडित मदन मोहन मालवीय को भारत रत्न दिए जाने पर प्रसन्नता जाहिर की है। इसके साथ ही विरोध जताया है कि शिक्षा का दीया रोशन करने वाले एएमयू के संस्थापक सर सैयद अहमद को भारत रत्न क्यों नहीं दिया गया?
छात्रों ने बताया है कि सर सैयद अहमद खां ने आजादी की लड़ाई में भी योगदान दिया है। इनकी बदौलत एएमयू बनी और यहां से विभिन्न क्षेत्रों की महान हस्तियां निकलीं।
हस्ताक्षर अभियान
इनकी मांग है कि सर सैयद अहमद खां को देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से नवाज कर सच्ची श्रद्धांजलि दी जाए। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र रहे प्रो. रियाज उमर ने कहा कि सर सैयद अहमद खां को भारत रत्न देने की मांग को लेकर एएमयू में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाना वाजिब है।
उन्होंने कहा कि वे दिल्ली में एएमयू के पूर्व छात्रों की एक बैठक जल्दी बुलाकर इस मसले पर रणनीति बनाएंगे ताकि सर सैयद अहमद साहब के साथ इंसाफ हो सके।