यूपी चुनाव: जीत के लिए अमित शाह ने दिया सांसदों को टारगेट
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए भाजपा ने एक खास रणनीति अपनाई है। इस रणनीति के तहत भाजपा के हर सांसद को तीन विधानसभा सीटें जीतने का टारगेट दिया गया है। अगर कोई भी सांसद ऐसा करने में असफल रहता है तो 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में उसका असर देखने को मिलेगा। पार्टी उस सांसद को चुनाव लड़ने का टिकट नहीं भी दे सकती है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पिछले महीने ही एक बैठक में हर लोकसभा सांसद को यह टारगेट दिया है। उत्तर प्रदेश में भाजपा के 71 लोकसभा सांसद हैं। भाजपा की तरफ से सांसदों को ये जिम्मेदारी देने के पीछे एक खास लॉजिक है। हर सांसद को तीन सीटों का टारगेट दिया है और अगर हर सांसद तीन सीटें जीतने में सफल रहता है तो इस तरह से भाजपा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 213 सीटें (71x3=213) जीत जाएगी।
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अगर ऐसा हो जाता है तो 213 सीटें जीतने के साथ ही भाजपा बहुमत में आ जाएगी। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें से 202 सीटें जीतने पर भी पार्टी को बहुमत मिल जाएगा। यूं तो हर सांसद को 5-6 सीटों पर फोकस करने को कहा गया है, लेकिन 3 सीटें हर हाल में जीतने का टारगेट भी उन्हें दिया गया है।
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अमित शाह की तरफ से अपनाई गई इस रणनीति का यह भी उद्देश्य है कि पार्टी के सांसदों का प्रदर्शन भी इससे सामने आ सकेगा। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने गुजरात में चुनाव के दौरान इस रणनीति को लागू किया था, ताकि सही प्रदर्शन न करने वाले सांसदों को चिह्नित किया जा सके। इस दौरान सही प्रदर्शन न करने वाले करीब 40 फीसदी सांसदों को नुकसान हुआ था और मोदी की पार्टी को इसका फायदा हुआ था।