अमरनाथ यात्रा में आतंकियों ने दो दिनों तक किया था बस का पीछा
श्रीनगर। सोमवार को अमरनाथ यात्रा पर हुआ आतंकी हमला पूरी साजिश के तहत अंजाम दिया गया हमला था। लेकिन अब ऐसी बातें भी सामने आ रही हैं आतंकियों ने इस हमले से पहले कई दिनों तक रेकी की थी। हमले के मास्टरमाइंड अबु इस्माइल ने अपने आतंकियों को निशाना बनाने के लिए सही टारगेट की पहचान करने को कहा था। उसके निर्देश पर लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने करीब तीन दिनों तक रेकी को अंजाम दिया था।
आतंकियों को मिले इस्माइल से निर्देश
लश्कर का अबु इस्माल इस आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है और उस पर 10 लाख रुपए का इनाम भी है। उससे आदेश मिलने के बाद लश्कर के ऑपरेटिव्स ने उसे जानकारी दी कि यात्रियों से भरी एक बस हमले का आसान निशाना हो सकती है। इसके बाद इस्माइल ने ऑपरेटिव्स को दो दिनों तक बस पर नजर रखने को कहा। दो दिनों तक आतंकियों ने बस और इसकी गतिविधियों पर नजर रखी।
बस के बारे में सब जानते थे आतंकी
आतंकियों को पता लग चुका था कि बस बिना किसी सिक्योरिटी कवर के ही सफर कर रही थी। इस बस के यात्रियों ने अपनी तीर्थयात्रा को पूरा कर लिया था। यात्री बस के जरिए कुछ पर्यटक स्थलों को देखने का मन बनाया था। इसी समय बस आतंकियों के निशाने पर आ गई और सात लोगों की मौत हो गई।
दोनों तरफ से हुई थी फायरिंग
जांच में शामिल अधिकारियों की मानें तो हो सकता है पांच से छह आतंकवादी इस हमले में शामिल हो सकते हैं। इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि बस पर दोनों तरफ से फायरिंग हुई। जो इस हमले में बचे हैं उन्होंने भी पुलिस का यह जानकारी दी कि दोनों तरफ से फायरिंग लगातार हो रही थी।
इस्माइल रख रहा था हमले पर नजर
सूत्रों की मानें तो इस्माइल ने पूरा हमला देखा। वह लगातार आतंकियों के संपर्क में था। उसने आतंकियों से अपील की थी कि वे बस के हर यात्री को मार डालें। यह भी संभव था कि आतंकी कुछ यात्रियों को बंधक बना लेते। एक आतंकी ने बस के अंदर दाखिल होने की कोशिश की लेकिन बस के क्लीनर ने उसे धक्का देकर भगा दिया।
दुजाना भी हो सकता है शामिल
जांचकर्ता यह भी मान रहे हैं कि इस हमले में लश्कर के कमांडर अबु दुजाना का भी हाथ हो सकता है। इस्माइल दो वर्ष पहले घाटी आया था और हाल ही में उसे दुजाना की जगह लश्कर का कमांडर बनाया गया है। अधिकारी अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि दुजाना का हमले में क्या रोल था।