अमरनाथ यात्रा की अभेद सुरक्षा, बुलेट प्रुफ टैंट से लेकर सेटेलाइट ट्रैकिंग सिस्टम का इस्तेमाल
खूफिया रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार से शुरू हुए अमरनाथ यात्रा पर आतंकी खतरा है। आतंकियों को इस बार अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों और सुरक्षाकर्मियों को खत्म करने का टारगेट मिला है।
नई दिल्ली। देश के दुश्मन बाबा बर्फानी के भक्तों के खिलाफ बड़ी साजिश रच रहे हैं। प्लानिंग भक्तिमय यात्रा में बड़े पैमाने पर खून खराबा करने की है और टारगेट पर शिव के भक्त और उनकी सुरक्षा में तैनात जवान हैं। अमरनाथ यात्रा पर आतंकी खतरे को देखते हुए इस साल सेटेलाइट ट्रैकिंग सिस्टम इस्तेमाल किया जा रहा है। यात्रियों के सुरक्षा के लिए बुलेट प्रूफ टेंट के भी इंतजाम किए गए हैं।
अमरनाथ यात्रा पर आतंकी खतरा
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार से शुरू हुए अमरनाथ यात्रा पर आतंकी खतरा है। आतंकियों को इस बार अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों और सुरक्षाकर्मियों को खत्म करने का टारगेट मिला है। अंनतनाग के एसएसपी के मुताबिक आतंक के आकाओं ने अमरनाथ यात्रा में बड़े हमले का फरमान दिया है, आतंकी सौ से एक सौ पचास श्रद्धालु और करीब सौ सुरक्षा बलों को निशाना बना सकते हैं। ये हमला यात्रियों के काफिले पर अचानक फायरिंग करके भी किया जा सकता है और आतंकी ऐसा हमला कर देश भर में संप्रदायिक तनाव का माहौल बना सकते हैं।
ड्रोन से रखी जाएगी नजर
आतंकियों की प्लानिंग को फेल करने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। सुरक्षा कवच ऐसा बनाया गया है कि परिंदा भी पर ना मार पाए। अमरनाथ यात्रा पर आतंकी खतरे को देखते हुए इस साल सेटेलाइट ट्रैकिंग सिस्टम इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा बुलेट प्रूफ टेंट लगाए गए हैं। कैम्पों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा यात्रा मार्ग पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
अमरनाथ यात्रा पर आंतकी साए को देखते हुए 30 हजार पैरामिलिट्री फोर्स को दो रास्तों में लगाया गया है। करीब 28 किलोमीटर में फैले लंबे और पारंपरिक पहलगाम रुट में सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया है साथ गंदेरबाल जिले के से होकर जाने वाले रुट में भी सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया है। अमरनाथ यात्रा के लिए भारतीय सेना की पांच बटालियन को भी भेजा गया है वहीं सीआरपीएफ, बीएसएफ और सीमा सुरक्षा बल के जवानों को भी यात्रा को सफल बनाने के लिए सुरक्षा में लगाया गया है। अमरनाथ यात्रा को सफल बनाने के लिए जहां नई टेक्नोलॉजी से लैस हथियारों का इस्तेमाल किया जाएगा साथ ही आतंकियों की पहचान के लिए डॉग स्कवॉड को भी लगाया गया है।
यात्रियों की संख्या में गिरावट
घाटी में हो रही हिंसा का असर अमरनाथ यात्रा पर पड़ा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक पिछले साल के मुकाबले यात्रियों के रजिस्ट्रेशन में 6 से 10 फीसदी की गिरावट आई है।अब तक 2.30 लाख यात्री रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।