जीएसटी के बाद प्रीपेड यूजर्स को नहीं मिल रहा रिचार्ज पर सही दाम
नई दिल्ली। वस्तु एवं सेवा कर (GST) लागू होने के बाद लोगों को तरह-तरह के अनुभव हो रहे हैं। यहां मुंबई स्थित साकीनाका में यश कम्यूनिकेसन्स के यहां 10 से ज्यादा लोग बारि में भीगर अपना फोन रिचार्ज कराने आए थे।
उनमें से किसी ने 10 रुपए का रिचार्ज कराया तो किसीने 200 का। इस दौरान असली बात यह रही कि किसी को 10 रुपए के रिचार्ज पर 7 रुपए मिल रहे थे तो किसी को 6 रुपए।
दुकान चलाने वाले राजेश प्रताप ने कहा कि भारत में 1 रुपया भी मायन रखता है और मैं यह नहीं बता सकता कि एक ही कंपनी के रिचार्ज पर अलग-अलग टैक्स क्यों कट रहा है? मैं ग्राहकों को नहीं बता सकता क्योंकि वितरकों ने हमें किसी बदलाव के बारे में फिलहाल नहीं बताया है। प्रताप का कहना है कि लाइन जाम होने की वजह से वो खुद टाटा डोकोमो का रिचार्ज नहीं कर पा रहे हैं।
ये भी पढ़ें: GST के विरोध में उतरे भाजपा के ही दो दिग्गज नेता, पढ़िए क्या कहा
ऐसा सिर्फ मुंबई में नहीं
यह कहानी सिर्फ किसी एक इलाके की नहीं है बल्कि बीते हफ्ते के आखिर में यह लगभग पूरे देश में हुआ। हालांकि पोस्ट पेड उपभोक्ताओं को कोई खास दिक्कत नहीं हो रही है जबकि उनके बिल पर सर्विस टैक्स 15 फीसदी से बढ़कर 18 फीसदी हो गया है। दूसरी ओर से प्रीपेड उपभोक्ताओं को काफी दिक्कत हो रही है।
रिचार्ज के दुकानदारों का कहना है कि उन्हें अभी सभी प्लान्स की डीटेल शीट नहीं मिली है जिसके जरिए ग्राहकों को इस पात की जानकारी हो सके कि कितने का रिचार्ज वैल्यू मिल रहा है। कोलकाता में एक दशक से अधिक समय से मोबाइल रिचार्ज और इलेक्ट्रॉनिक टॉप-अप कर रहे मृणाल घोष ने कहा कि रविवार को सबसे अधिक विक्रेताओं के लिए इलेक्ट्रॉनिक टॉप-अप नहीं हो रहे थे क्योंकि दूरसंचार आईटी और बिलिंग सिस्टम को फिर सही कर रहे थे।
ये भी पढ़ें: बिहार कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक कैंसिल, बीमार पड़े मुख्यमंत्री नीतीश कुमार