ड्रैगन की तल्खी को चीन के दौरे से दूर करेंगी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत दौरे के बाद चीन ने इस दौरे की औपचारिकता पर सवाल उठाया था साथ ही पाकिस्तान को अपना सदाबहार दोस्त कहा था। चीन के इस तल्ख बयान के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज चीन के दौरे पर जा रही हैं।
सुषमा स्वराज चीन के विदेश मंत्री वांग यी के आमंत्रण पर चीन दौरे पर जा रही हैं। इसे अगले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीन दौरे के लिए जमीन तैयार करने के तौर पर भी देखा जा रहा है। सुषमा की चीन यात्रा के दौरान दोनों देशों के विदेश मंत्री द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
विदेश मंत्रालय से बुधवार को जारी एक बयान के अनुसार, बीजिंग प्रवास के दौरान सुषमा दूसरे भारत-चीन उच्च स्तरीय मीडिया फोरम का शुभारंभ करेंगी और विजिट इंडिया ईयर के उद्घाटन में हिस्सा लेंगी। इसके अलावा सुषमा 13वें रूस-भारत-चीन (आरआईसी) विदेश मंत्रियों की त्रिपक्षीय बैठक में हिस्सा लेंगी और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से अलग से मुलाकात भी करेंगी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पिछले साल मई महीने में सत्ता में आने के बाद किसी केंद्रीय मंत्री का यह पहला चीन दौरा है। इससे पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग पिछले साल सितंबर में भारत की यात्रा पर आए थे और विदेश मंत्री वांग ली ने भी पिछले साल मोदी सरकार के कार्यालय संभालने के बाद भारत का दौरा किया था।
आरआईसी त्रिपक्षीय सहयोग में उद्योग, व्यापार, कृषि, आपातकालीन सेवाएं और स्वास्थ्य सेवाएं शामिल हैं। आरआईसी के सदस्य राष्ट्र मौजूदा समय में ब्रिक्स और जी-20 जैसे महत्वपूर्ण समूहों के भी सदस्य हैं।