7 साल बाद सोनिया गांधी ने दिया इंटरव्यू, कहा-इंदिरा और मोदी में कोई तुलना ही नहीं
सोनिया गांधी ने कहा कि इंदिरा गांधी और मोदी में कोई तुलना ही नहीं।
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 7 बाद किसी मीडिया हाउस को इंटरव्यू दिया है। सोनिया ने इंडिया टुडे के वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई के साथ बातचीत की। इस इंटरव्यू के दौरान सोनिया ने अपने राजनीतिक अनुभव को साझा किया और कहा कि वक्त के साथ राजनीति बदल जाती है। उसके चेहरे बदल जाते हैं। सोनिया ने कहा कि फिलहाल कांग्रेस को किसी भी बदलाव की जरुरत नहीं है।
जब उनसे पूछा गया कि लोग चाहते हैं कि कांग्रेस में एक बार फिर से इंदिरा गांधी जैसा नेतृत्व हो तो उन्होंने कहा कि वक्त के साथ राजनीति की चुनौतियां बदल जाती है और नेतृत्व के चेहरे भी। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और इंदिरा गांधी की तुलना के सवाल पर उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी से मोदी की कोई तुलना ही नहीं है। सोनिया ने कहा कि इंदिरा गांधी को आम लोगों से सहानुभूति थी।
लेकिन आज के नेताओं में ऐसा नहीं होता। उन्होंने इंदिरा के राजनीतिक सफर की चर्चा करते हुए कहा कि वो कांग्रेस अध्यक्ष बनीं, फिर पीएम बनीं। पीएम बनने के बाद उनका मजाक उड़ाया गया। उन्हें अपमानित किया गया। अपने ही पार्टी के लोग विरोधी हो गए, लेकिन इंदिरा अडिग रहीं। उन्होंने हार नहीं मानी,और जीत हासिल की।
परिवारवाद के सवाल पर सोनिया ने कहा कि जवाहर लाल नेहरू जनता के नेता थे और इंदिरा गांधी लोकतांत्रिक तरीके से चुनकर आई थीं। उन्होंने इंदिरा के साथ अपनी पहली मुलाकात के बारे में भी बात की। सोनिया ने बताया कि इंदिरा गांधी से उनकी पहली मुलाकात लंदन में हुई थी।
सोनिया ने बताया कि राजीव गांधी के साथ नजदीकियों की खबरें आने के बाद इंदिरा ने खुद उनसे पूछा था कि क्या वो राजीव से शादी करना चाहती है। सोनिया गांधी ने कहा कि वो नहीं चाहतीं थी कि राजीव राजनीति में आएं। वो खुद भी राजनीति से दूर रहना चाहती थीं।