और अलका लांबा को मिल ही गया 'आप' का टिकट
नई दिल्ली। 20 साल तक कांग्रेस की सेवा करने के बाद खाली हाथ रहने वाली डीयू की पूर्व अध्यक्ष अलका लांबा को फिलहाल उनकी मेहनत का इनाम केजरीवाल की आम आदमी पार्टी से मिल ही गया। दिल्ली विधानसभा चुनाव का टिकट आम आदमी पार्टी ने अलका लांबा को दे दिया है। शनिवार देर शाम जारी की गई आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों की चौथी लिस्ट में अलका लांबा का नाम भी शामिल था। पार्टी ने उन्हें चांदनी चौक सीट से चुनाव मैदान में उतारा है।
पिछले साल दिसंबर में ही अलका लांबा ने कांग्रेस को छो़ड़ा था और उसके बाद वो लगातार आम आदमी पार्टी के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है। उन्होंने आप पार्टी की नेता बनने के बाद चार माह तक 'सक्रिय वोलंटियर' के रूप में काम किया है।
और अलका लांबा को मिल ही गया 'आप' का टिकट
गौरतलब है कि अलका दिल्ली विश्वविद्यालय में 1995 में छात्र संघ का अध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं और इसके दो वर्ष बाद भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) की राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनी गईं। वर्ष 2003 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में अलका ने भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता मदनलाल खुराना को चुनौती दी थी, लेकिन वो हार गई थीं।
पिछले चुनाव में मदनलाल खुराना से हार गईं थीं अलका लांबा
पिछले दिनों अलका लांबा एक फेसबुक पोस्ट को लेकर विवाद में रही थीं। उन्होंने आम आदमी पार्टी से निकाले गये नेता विनोद कुमार बिन्नी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर अलका के लिए लिखा था कि वो अपने घर में सेक्स रैकेट चलाती है।
'आप' नेता अलका लांबा को नोटिस, बिन्नी के फेक फेसबुक अकाउंट से लिखा गया था सेक्स संचालिका
जिस पर अलका ने काफी हाय-तौबा मचाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करायी थी लेकिन बाद में बिन्नी ने उनको ही कानून का नोटिस थमा दिया था और कहा था कि किसी ने उनके फेक फेसबुक अकाउंट से अलका के लिए इस तरह के शब्दों का प्रयोग किया है।