Study: बिलकुल अलग है आम आदमी पार्टी, लेकिन बेस्ट नहीं
नई दिल्ली (ब्यूरो)। द्वारका में रहने वाली रंजीता सिंह से हमने पूछा कि इस बार कौन सी पार्टी दिल्ली में चुनाव जीतेगी। जवाब था आम आदमी पार्टी। हमने पूछा क्यों? तो रंजीता बोलीं क्योंकि वो दिल्ली की बेस्ट पार्टी है। खैर रंजीता के ये शब्द भावनाओं प्रेरित हो सकते हैं, क्योंकि उन्होंने पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को करीब से देखा है, लेकिन अगर जमीनी आंकड़ों पर गौर फरमायें तो तस्वीर कुछ अलग ही है। बेशक आप पार्टी बिलकुल अलग है, लेकिन ये बेस्ट न्यूकमर नहीं है।
इंडिया स्पेंड द्वारा की गई एनालिसिस में पाया गया है कि देश में कई राजनीतिक दल हैं, जिन्होंने आप पार्टी की तुलना में कहीं ज्यादा अच्छा प्रदर्शन किया है। अलग होने की बात करें तो पार्टी ने जो मुद्दे उठाये, वो वाकई में बिलकुल अलग थे। जिस दिशा में पार्टी ने चलने की शुरुआत की वो भी बिलगुल अलग।
जमीन पर रहकर जनमत संग्रह कर निर्णय लेने की क्षमता भी अब तक सिर्फ इसी पार्टी में देखी गई है, लेकिन यह सब देखने के बाद आप यह कहेंगे कि यह बेस्ट पार्टी है, तो हम आपको बता दें कि भारत में कई दल ऐसे हैं, जिनकी शुरुआत आप पार्टी से कहीं ज्यादा अचछी हुई। वो कौन-कौन सी पार्टियां हैं, उनकी चर्चा हम आंकड़ों और ग्राफ के साथ स्लाइडर में करेंगे। स्लाइडर में ग्राफ इंडिया स्पेंड के सौजन्य से हैं।
नई सोच लेकर आयी आप
दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने जो मुद्दे उठाये, जिस ढंग से लोगों यानी आम जनता के बीच क्रांति की अलख जगाई ऐसा पहले किसी अन्य पार्टी ने नहीं किया था। सोशल मीडिया के माध्यम से जनमत संग्रह कराने का काम भी इसी पार्टी ने शुरू किया।
दिल्ली को दिया सरप्राइज
2013 में आप पार्टी ने 70 में से 28 सीटें जीत कर पूरी दिल्ली को बड़ा सरप्राइज दिया था। उस वक्त सभी राजनीतिक पंडितों की भविष्यवाणियां गलत साबित हुई थीं।
उत्तर भारत में सपा
उत्तर भारत की बात करें तो आम आप पार्टी के बाद नंबर आता है समाजवादी पार्टी का। 1993 में बेहतरीन शुरूआत करने वाली सपा पर लोगों ने विश्वास जताया और उसी का नतीजा है कि आज अखिलेश यादव की सरकार उत्तर प्रदेश में है।
बीजद का बेहतरीन प्रदर्शन
देश के पूर्वी राज्यों में ओडिशा की बीजू जनता दल ने 46 प्रतिशत सीट शेयर और 29.4 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 2000 में धमाकेदार शुरुआत की थी। 2014 तक चार बार जनता ने बीजद को चुना, लेकिन आप ने सरकार बनते ही दिल्ली को अधर में छोड़ दिया।
टीडीपी का धमाकेदार डेब्यू
एनटीरामा राव के नेतृत्व में तेलुगू देसम पार्टी का डेब्यू अब तक का सर्वश्रेष्ठ डेब्यू रहा है। पहले चुनाव में उनका वोट शेयर 54 प्रतिशत था और 68.7 प्रतिशत वोट शेयर था। वहीं आप पार्टी को वोट शेयर 30 प्रतिशत रहा और सीट शेयर 40 प्रतिशत रहा।
दक्षिण में एआईएडीएमके
दक्षिण की बात करें तो 1972 में एआईएडीएमके ने धमाकेदार शुरुआत करते हुए 56 प्रतिशत सीट शेयर और 30.4 प्रतिशत शेयर था। उस पार्टी पर राज्य की जनता ने बार-बार विश्वास जताया, उसी के परिणामस्वरूप जयललिता मुख्यमंत्री बनीं।
पश्चिम में शरद पवार
पश्चिम की बात करें तो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का गठन 1999 में हुआ। शरद पवार, पीए संगमा और तारिक अनवर ने पार्टी की नींव रखी। पहले चुनाव में उसका वोट शेयर22.6 प्रतिशत रहा। पश्चिम में यह बेस्ट डेब्यू कहा जाता है।