अपनी ही बच्ची को दूध नहीं पिला रही मां, जानिए क्या है वजह
हैदराबाद। हैदराबाद से एक ऐसा मामला सामने आ रहा है, जिसमें एक मां ने अपनी ही बच्ची को दूध पिलाने से मना कर दिया है। इतना ही नहीं, महिला ने उस बच्ची को छोड़ भी दिया। महिला के परिवार वाले भी इस मामले में महिला का साथ देते रहे।
हैदराबाद के एक सरकारी अस्पताल में एक महिला ने अपनी बच्ची को दूध पिलाने से मना कर दिया, जो कि सिर्फ चार दिन की है। महिला का कहना है कि उसने एक लड़के को जन्म दिया था, जबकि उसके सामने बाद में एक बच्ची ला दी गई।
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गलती से दे दी गलत खबर
महिला का कहना है कि जब उसने एक लड़के को जन्म दिया है तो वह किसी और की बच्ची को दूध कैसे पिला सकती है। यह मामला हैदराबाद के महबूबनगर का है, जहां की एक 22 वर्षीय आदिवासी महिला रजिथा ने बेटी के जन्म के करीब 14 महीने बाद दूसरे बच्चे को जन्म दिया है।
दरअसल, मंगवार दोपहर को अस्पताल में रजिथा और रमा नाम की दो महिलाओं ने कुछ मिनटों के फर्क से बच्चों को जन्म दिया। अस्पताल के अनुसार गलती से रजिथा को गलत खबर दे दी गई, लेकिन अब इसका खामियाजा मासूम बच्ची भुगत रही है, जिसे उसकी मां दूध भी नहीं पिला रही है।
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पुलिस में शिकायत दर्ज
डॉक्टर विद्यावती बताती हैं कि इस अस्पताल में रोजाना करीब 40 बच्चों का जन्म होता है। इसके बाद वह बोलीं कि उस दिन भी गलती से रजिथा को गलत खबर दे दी गई। रमा ने बच्चे को जन्म दिया तो उसके परिवार को बुलाया गया, लेकिन रजिथा का परिवार आ गया और बच्चा उन्हें सौंप दिया गया।
इसके कुछ ही देर बाद रजिथा ने एक बच्ची को जन्म दिया, तो परिवार ने उसे लेने से मना कर दिया और अस्पताल के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज करा दी।
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मां का पता लगाने को होगा डीएनए टेस्ट
जहां एक ओर रजिथा और उसके परिवार वाले बच्ची को छोड़कर चले गए वहीं रमा की डिलीवरी ऑपरेशन से होने के कारण उसके स्तन में दूध आने में समय लग रहा है। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि इसी के चलते अभी बच्चों को फॉर्मूला दूध पिलाया जा रहा है।
वहीं दूसरी ओर 20 साल की रमा का कहना है कि उन्हें अपने नवजात बेटे को गोद में नहीं लेने दिया जा रहा है। इस स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल प्रशासन ने फैसला किया है नवजातों के माता-पिता का पता लगाने के लिए अब उनका डीएनए टेस्ट किया जाएगा।