नोट बैन: 'ताकतवर तानाशाह' PM ने अराजकता का माहौल पैदा कर दिया
कांग्रेस ने नोट बैन के संबंध में पीएम मोदी पर बड़ा हमला किया है।
नई दिल्ली। नोट बंदी पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने कहा है कि बिना सोचे समझे नोट बदलने के एक फैसले ने देश के 125 करोड़ लोगों को बिन बुलाई आफत में धकेल दिया है, तरक्की का पहिया जाम है। कांग्रेस ने कहा कि मोदी को बदजुबानी की आदत है।
सोमवार शाम एक प्रेसवार्ता में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सूरजेवाला ने कहा कि देश के लोग अपना पैसा निकालने के लिए लाइन में हैं। बगैर तैयारी, बगैर सोच के झूठी वाहवाही बटोरने के लिए मोदी सरकार के इस नासमझ फैसले से आम जनता पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है।
रणदीप ने कहा कि ऐसा नहीं है कि देश के लोगों के पास पैसा नहीं है, पैसे है मगर देश के ताकतवर तानाशाह प्रधानमंत्री ने लोगों के पैसे को कागज में तब्दील कर देश पर आर्थिक अराजकता का माहौल पैदा कर दिया है।
अखिलेश का पीएम पर हमला, पहले 2 दिन कहा अब दुखी होकर 50 दिन बोल रहे
ऐसा नहीं है कि देश के लोगों के पास पैसा नहीं है, पैसे है मगर देश के ताकतवर तानाशाह प्रधानमन्त्री ने लोगों के पैसे को कागज में तब्दील कर ...
— INC India (@INCIndia) November 14, 2016
... देश पर आर्थिक अराजकता का माहौल पैदा कर दिया है. मोदी जी मान चौके हैं कि बड़े बहुमत की जीत उन्हें हर मनमानी करने की इजाज़त देती है ...
— INC India (@INCIndia) November 14, 2016
उन्होंने कहा कि मोदी जी मान चुके हैं कि बड़े बहुमत की जीत उन्हें हर मनमानी करने की इजाजत देती है, पर वो भूल गये प्रजातंत्र मनमाने से नहीं जनमाने से चलता है।
देश न जुमले से चलेगा, न रोने से
बकौल रणदीप 'मोदी जी देश ना जुमलों से चलेगा ना ढकोसलों से ना मजाक उड़ाने से ना आँखे दिखाने से ना रोने से, ना छटपटाने से।'
रणदीप ने कहा कि देश के 125 करोड़ व्यथित और परेशान लोगों की तरफ से मोदी सरकार से कुछ जवाब मांग रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बैंक के बाहर खड़े लोग ना चोर है और ना उनके पास काला धन है, सत्ता के अहंकार में मदमस्त मोदी जी आपको नहीं दिखाई देता कि कोई बेटी की शादी के लिए पैसा चाहता है, किसी का बेटा इलाज के अभाव में दम तोड़ रहा है।
मां बेहोश हो गई
उन्होंने कहा कि बूढी मां 6 घंटे लाइन में लगकर बेहोश हो गयी है, महिलाओं के पास पैसा होते हुए भी राशन का पैसा नहीं है, मजदूर मेहनत के पैसे के लिए दर दर की ठोकर खा रहा है और किसान फसल बोने के लिए भटक रहा है।
अपनी विदाई तय देख बौखला रहे हैं बुआ-भतीजा: भाजपा
उन्होंने पूछा कि बताइए इनमे से कौन चोर है और किसके पास काला धन है? सच ये है कि मोदी जी ने पूरे देश को अपराधी करार दिया है।
रणदीप ने पूछा कि क्या मोदी जी उनसे घर घर जाकर माफी मागेगें जिन्होंने आपकी आर्थिक अराजकता के चलते जान गवा दी है?
रणदीप ने कहा कि 'मोदी जी काला धन तो आपके चंद सूट बूट वाले दोस्तों के पास है जो लाइन में खड़े ही नहीं हुए हैं, क्या कारण है कि मोदी जी का कोई उद्योगपति दोस्त,कोई मंत्री, भाजपा का मुख्यमंत्री और उनका मंत्री और भाजपा नेता बैंकों के लाइन में खड़े नहीं जबकि पूरा देश खड़ा है?
उन्होंने पूछा कि क्या ये नहीं बताता कि असल में काला धन है किसके पास है?
भाजपा पर उठाए सवाल
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के खाते में जमा की गई रकम पर सवालिया निशान लगाते हुए रणदीप ने पूछा कि क्या कारण है कि नोट बदलने के फैसले से ठीक पहले कोलकाता में स्थित भाजपा के खाते में 8 नवंबर को 500 और 1000 के 1 करोड़ रुपये ओपी झा द्वारा जमा कराये गये?
पीएम मोदी के गोद लिए गांव में नोट बदलने के लिए लगी है चप्पलों की लाइन
उन्होंने कहा कि हम पूछना चाहते है कि भाजपा के राष्ट्रीय और प्रांतीय बैंक खातों की मार्च से सितम्बर 2016 तक डिटेल देश के सामने रखेगें और जारी करने की हिम्मत दिखायेगें ताकि दूध का दूध पानी का पानी सामने आ सके और ये भी पता चल जाये कि कितना पैसा बदला गया था?
रणदीप ने कहा कि आकड़े दिखाते हैं कि नोट बदलने से पहले इस फैसले की जानकारी कुछ चुनिन्दा लोगों को थी।
जारी किए आंकड़े
उन्होंने कहा कि अगर RBI का आकड़ा देखें तो अकेले सितम्बर 2016 में अगस्त 2016 के मुकाबले 5 लाख 88 हजार 600 करोड़ रूपये अतरिक्त जमा हुआ।
रणदीप ने कहा कि RBI के आकड़े दिखाते है कि जुलाई 2016 में सभी बैंकों के खातों में 96,196 बिलियन रुपया जमा हुआ और सितम्बर 2016 में ये राशि बढ़कर 1 लाख 2 हजार 82 बिलियन रुपया हो गयी।
नोट बैन: वायुसेना की मदद लेना दिखाता है सरकार की बदहवाशी
उन्होंने पूछा कि ये राशि अचानक खातों में कैसे आ गयी? ये अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी काला धन को सफ़ेद करने की कहानी अपने आप बताती है।
गौरतलब है कि 8 नवंबर को राष्ट्र के नाम दिए संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1,000 की करेंसी को अवैध घोषित कर दिया था जिसके बाद से एक ओर पूरा देश लाइन में खड़ा है वहीं विपक्ष इस फैसले का विरोध कर रहा है।