मुंबई लोकल 7/11 धमाके: क्या भूमिका निभाई थी 12 आतंकियों ने?
मुंबई। आर्थिक राजधानी में 7/11 2006 को लोकल ट्रेन में हुए सीरियल धमाकों पर मकोका कोर्ट का फैसला आ गया। 188 लोगों की जान लेने वाले 5 को फांसी की सजा सुनायी गई है और 7 लोगों को उम्र कैद। जिन्हें फांसी दी गई है उन लोगों ने धमाकों में क्या भूमिका निभाई थी और जिन्हें उम्र कैद की सजा हुई, उन्होंने उस वक्त क्या किया था? चलिये जानते हैं।
पहले उन लोगों के बारे में जिन्हें हुई है उम्र कैद की सजा-
- डा. तनवीर अंसारी- बमों को असेंबल करने में मदद की थी।
- माजिद मोहम्मद शफी- पाकिस्तानी आतंकी साबिर, अबु बकर, कसम अली और अबु हसन की भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पार कराने में मदद की थी।
- शेख आलम- लोकल ट्रेनों का सर्वे किया, जिसके तहत बम प्लांट किये गये। इसी ने मीरा रोड स्टेशन पर बम भी रखा था।
- मोहम्मद साजिद अंसारी- टाइमर इलेक्ट्रिक सर्किट और बम धमाके को अंजाम देने के लिये डिवाइस तैयार की। साथ ही पाकिस्तानी आतंकी असलम और हैफजुल्लाह को पनाह दी।
- मुजम्मिल शोख- लोकल ट्रेनों का सर्वे किया और उन जगहों को चिन्हित किया, जहां बम फिट किये गये।
- अंसारी सोहेल शेख- भगोड़े रिजवान धवारे से हवाला का पैसा लिया। यह पैसा धमाकों को अंजाम देने के लिये लिया गया।
- जमीर खोख- लोकल ट्रेनों का सर्वे किया और बम प्लांट करने में मदद की।
अब तस्वीरों के साथ देखें उन लोगों ने क्या-क्या किया था, जिन्हें हुई है फांसी की सजा।
ट्रेन धमाकों के दोषी
ये हैं मुंबई लोकल ट्रेन धमाकों के 11 दोषी। एक की तस्वीर उपलब्ध नहीं है।
कमाल अंसारी
पाकिस्तानी आतंकियों को भारत-नेपाल बॉर्डर पार कराया था।
फैसल शेख
धमाको के मास्टरमाइंड आजम चीमा के लिये काम किया। पाकिस्तान में ली ट्रेनिंग। अपने भाई मुजम्मिल और तनवीर को पाक भेजा।
एहतेशाम सिद्दीकी
पाकिस्तानी आतंकियों- अम्मू जन, अबु बकर, कसम अली और अबु हसन को मुंब्रा लेकर आया।
नावीद हुसैन
लोकल ट्रेन में वह बम प्लांट किया था, जो बांद्रा स्टेशन पर फटा था।
आसिफ खान उर्फ जुनैद
पाकिस्तानी आतंकी को पनाह दी, अमोनियम नाइट्रेट, डीटोनेटर, आदि एकत्र किये और बोरिवली स्टेशन पर बम प्लांट किया।