हर साल अतिरिक्त नमक खाने से 6 लाख भारतीयों की हो जाती है मौत
नई दिल्ली। भारत में सड़क हादसों, गरीबी, भुखमरी, सहित कई वजहों से लाखों लोग हर साल मरते हैं। लेकिन ताजा आंकड़ा चौकाने वाला है जिसके चलते लाखों लोगों को हर साल मृत्यु होती है। दि जॉर्ज इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ के सर्वे के अनुसार हर साल छह लाख भारतीय अतिरिक्त नमक खाने की वजह से मर जाते हैं।
मोटापे पर पंजाबी तड़का, लो बढ़ गई शुगर, बीपी
सर्वे में यह बात निकलकर सामने आयी है कि 7428 पैकेज्ड फूड में नमक की मात्रा अधिक होती है, जो लोग इन उत्पादों का उपयोग करते हैं वह इसके नुकसान से अवगत नहीं होते हैं। पश्चिमी देशों में नमक की मात्रा उत्पाद के उपर साफ लिखी होती है। डॉक्टरों का मानना है कि भारत में भी उपभोक्ताओं को भी इस बात का पता होना चाहिए कि उनके खाने में क्या है और उन्हें इस बात के बारे में जानकारी देना अनिवार्य होना चाहिए।
हेल्थ-वेल्थ-लव के लिए कीजिये 'काली मिर्च' के ये उपाय
भारत में जॉर्ज इंस्टीट्यूट एक मोबाइल एप्लिकेशन शुरु करने जा रहा है जिसका नाम होगा फूडस्विच जो उत्पादों में मौजूद तत्वों की जानकारी देगा। सर्वे में यह भी सामने आया है कि हर चौथे उत्पाद के उपर यह तक नहीं लिखा होता है कि उसकी न्यूट्रीशन वैल्यू क्या है। जिसके चलते हर साल 6 लाख लोगों की मौत अतिरिक्त नमक खाने की वजह से हो जाती है।
भारत में नमक की वजह से होने वाली मृत्यु पांचवी सबसे बड़ी मौत की वजह है। जॉर्ज इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डॉ विवेकानंद झा के अनुसार वर्ष 1990 की तुलना में यह आंकड़ा दोगुना हो गया है। अतिरिक्त नमक की वजह से ब्लड प्रेशर की समस्या होती है। जिसके चलते दिल के दौरे की संभावना बढ़ जाती है इसके साथ ही किडनी फेल होने की भी संभावना बनी रहती है।