सुप्रीम कोर्ट के बाद अब आईबी ने किया सरकार को आगाह
आईबी का कहना है ज्यादातर लोग सरकार के इस कदम के साथ हैं लेकिन कुछ मीडिया संस्थान और विपक्ष दूसरी तस्वीर पेश कर रहे हैं।
नई दिल्ली। 500 और 1000 के पुराने नोटों के बंद होने के बाद बैंकों और एटीएम के बाहर लगी लोगों की लंबी कतारों को लेकर जहां सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को फटकार लगाई है, वहीं इंटेलिजेंस ब्यूरो ने भी सरकार को आगाह किया है।
इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी बैंकों और एटीएम के बाहर लोगों की भीड़ पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। आईबी का कहना है ज्यादातर लोग सरकार के इस कदम के साथ हैं लेकिन कुछ मीडिया संस्थान और विपक्ष दूसरी तस्वीर पेश कर रहे हैं।
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आईबी ने कहा कि बैंकों और एटीएम के बाहर लगी लाइनें धीरे-धीरे कम हो रही हैं लेकिन फिर भी पुलिस को लगातार नजर बनाए रखनी चाहिए क्योंकि लोगों को उकसाने या भड़काने की हरकतें हो सकती हैं।
'धीरे-धीरे सुलझ रही है समस्या'
आईबी ने अपनी शुरुआती रिपोर्ट में कहा कि यह मांग और आपूर्ति का मामला है। शुरुआत में समस्या बड़ी थी, लेकिन धीरे-धीरे बैंक इस समस्या को सहज करने में लगे हैं।
आईबी के मुताबिक देश के कुछ हिस्सों में छिटपुट घटनाओं की जानकारी है। लोग धीरे-धीरे इसका मुकाबला कर रहे हैं और सरकार भी लोगों के दर्द को समझते हुए हर संभव कोशिश कर रही है।
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आईबी ने कहा कि हालात नियंत्रण में हैं। हालांकि आईबी ने सभी राज्यों के पुलिस विभाग को सतर्क करते हुए कहा है कि दूसरी पार्टियों के लोग बैंकों और एटीएम के बाहर लोगों को भड़का सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट से केंद्र सरकार को फटकार
गौरतलब है कि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटबंदी के बाद देशभर में चल रही बदइंतजामी और लोगों को हो रही परेशानी के लिए फटकार लगाई थी।
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर ने केंद्र सरकार से सवाल करते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद देश के हालात गंभीर हैं, अगर हालात नहीं सुधरे तो सड़क पर दंगे हो सकते हैं।
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मुख्य न्यायाधीश ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि इससे पहले सुनवाई के दौरान आपने कहा था कि जल्द ही लोगों को राहत पहुंचाएंगे लेकिन अब तो आपने नोट बदलने की राशि को ही 2000 रुपए तक सीमित कर दिया है।
आखिर क्या है असल समस्या
कोर्ट ने यह भी पूछा कि क्या देश में 100 रुपए के नोट की कमी है। इसके बाद कोर्ट ने केंद्र सरकार ने जानकारी मांगी कि आखिर असल समस्या क्या है।
केंद्र सरकार ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि रुपए छापना कोई समस्या नहीं है। मुख्य समस्या लाखों रुपयों को देश भर के बैंकों में पहुंचाना और नए एटीएम लगाना है।