ISIS के लिए ट्रंप कार्ड हैं 39 भारतीय बंधक
बेंगलुरु। शुक्रवार को एक मीडिया रिपोर्ट के आने के बाद देश में मौजूद हर भारतीय सिहर उठा। जून में आईएसआईएस की ओर से बंधक बनाए गए 39 भारतीयों की हत्या की दावा वाला यह इंटरव्यू रिलीज हुआ, हर किसी के होश उड़ गए। आईएसआईएस ने छह माह पहले दरअसल 40 भारतीयों को बंधक बनाया था। इसमें से एक भारतीय चंगुल से भागने में सफल हो गया था।
हर पल बदलती रहती है लोकेशन
विदेश मंत्रालय के सूत्र की ओर से वनइंडिया को जो जानकारी दी गई है उस पर अगर यकीन किया जाए तो इन भारतीयों की हत्या की खबर पर कोई पक्की जानकारी नहीं है और इन्हें छुड़ाने के सारे प्रयास जारी हैं। विदेश मंत्रालय के इस सूत्र की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इन 39 भारतीयों को वापस लाना सबसे मुश्किल काम औक्र मिशन बन गया है।
इन भारतीयों को हर पल एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जाता है। ऐसे में ठीक तरह से कांटेक्ट नहीं हो पाता। लेकिन इसके बाद भी विदेश मंत्रालय को पूरा भरोसा है कि इन 39 भारतीयों को भारत वापस लाया जाएगा। विदेश मंत्रालय एक तय रणनीति पर काम कर रहा है। मंत्रालय की ओर से इन सभी बंधकों के परिवारों वालों को इस बात का भरोसा दिलाया गया कि सरकार इन्हें वापस ले आएगी।
क्या हैं इंटेलीजेंस ब्यूरो के दावे
वहीं इंटलीजेंस ब्यूरो के एक अधिकारी की बात सुनने के बाद तो लगता है कि इस मुद्दे पर हरजीत के दावे और आईबी के दावे दोनों ही पूरी तरह से अलग हैं। यह वह अधिकारी है जो इस केस पर काम कर रहा है। इस अधिकारी के मुताबिक इराक में इस समय काफी चीजें चल रही हैं।
अमेरिका की ओर से हवाई हमले लगातार जारी हैं। सिर्फ भारतीय बंधक ही आईएसआईएस के कब्जे में नहीं हैं बल्कि दूसरे देशों के लोगों को भी इसने बंधक बना रखा है।
लेकिन इस अधिकारी ने यह भी कहा है कि यह बंधक आईएसआईएस के लिए ट्रंप कार्ड की तरह हैं। आईएसआईएस इन्हें सही समय पर प्रयोग करेगा। भारत सरकार की ओर से इन्हें वापस लाने की सारी कोशिशें जारी हैं। कुछ ही दिनों पहले भारत को इस बात की जानकारी मिली है कि यह सभी बंधक सुरक्षित हैं। आईबी के इस अधिकारी ने तो कम से कम यही दावा किया है।
हरजीत और कंफ्यूजन
यह सारा कंफ्यूजन बांग्लादेशी बंधकों शफी और हसन के उस इंटरव्यू के बाद पैदा हुआ है जो उन्होंने एक न्यूज चैनल को दिया था। इन दोनों का दावा है कि इरबिल में इन दोनों की मुलाकात हरजीत से हुई है।
हरजीत ही वह शख्स है जो आईएसआईएस के चंगुल से भागने में सफल हो पाया। बताया जा रहा है कि हरजीत ने ही जानकारी दी है कि हो सकता है कि इन सभी भारतीयों को आईएसआईएस ने मार डाला हो।