ये है बिना पानी वाला मौत का कुआं, इसमें समा चुके हैं कई लोग
कैमूर (मुकुन्द सिंह) अधिकतर लोग कुएं से पानी निकाला करते है, लेकिन बिहार में एक कुंआ ऐसा है, जहां से पानी नहीं बल्कि मौत निकालती हैं। आप शायद आप कंफ्यूज हो रहे होंगे कि आखिर कुएं से पानी की जगह से मौत कैसे निकलती है? हम आपको बताते चलें कि बिहार के कैमूर जिला के भभुआ के चांद थाना क्षेत्र के पिपरिया गांव में स्थित ये है बिना पानी वाला मौत का कुआं , इसमें जो कोई भी गया वापस नहीं लौटा,क्योंकि इस कुएं से पानी नहीं बल्की जहरीली गैस निकलती है। जो लोगों को अपने आगोश में ले कर उसे मौत की नींद सुला देती है।
आपको बताते चलें की भभुआ के चांद थाना क्षेत्र के पिपरिया गांव मे पंपिंग सेट ठीक करने के लिए इस कुएं मे बारी-बारी से घुसे तीन लोगों की मौत जहरीली गैस के कारण हो जाने का मामला प्रकाश में आया है। वही मौत से नाराज ग्रामीणों ने चांद भभुआ मुख्य सड़क को कई घंटे जाम कर दिया और मुआवजे की मांग पर अड़े रहे । इसकी सूचना पाकर मौके पर पहुंचे भभुआ एस डी एम लखन प्रसाद और थाना अध्यक्ष सरोज कुमार के काफी समझाने बुझाने तथा मृतकों के परिजनों को मुआवजा के रूप में प्रतिव्यक्ति 4 लाख रुपए देने की घोषणा की गई तब जाकर लोगों ने सड़क जाम से मुक्ति मिली ।
वही मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि पिपरिया निवासी राम सागर राम बिजली पंप ठीक करने के लिए अपने कुएं में उतरे थे जो जहरीली गैस के कारण उसी मे बेहोश हो गए। कुछ देर बाद पंचम राम नामक व्यक्ति उसे खोजने के लिए कुएं में गया तो वह भी बाहर नहीं निकला। जिसे देख एक और व्यक्ति कुएं में गया तो वह भी गया ही रह गया।
इन तीनों के कुएं से बाहर नहीं निकलने के बाद लोग काफी परेशान हो गए और मामले की जानकारी नजदीकी पुलिस को दी। वही इन सभी लोगों को देखने के लिए एक और नौजवान कुएं में कूदा तो वहां का नजारा देख आश्चर्य चकित रह गया। पहले से कुएं में गय तीन व्यक्ति मूर्छित अवस्था में पड़े हुए थे। वहीं कुएं से जहरीली गैस निकल रही थी । इस गैस को देखने के बाद वह किसी तरह बाहर निकला और इस तरह की बात सभी को बताई। तब जाकर लोगों ने कई सिलेंडर से कुएं में ओक्सीजन छोरी फिर गांव के ही प्रदीप सिंह ने आक्सीजन मास्क लगाकर रस्सी के सहारे कुएं में उतरकर शवों को बाहर निकाला।