कश्मीर में सेना को सरकार का साफ संदेश, सभी आतंकियों को खत्म कर दो
श्रीनगर। कश्मीर घाटी में मौजूद आतंकियों के लिए आने वाले दो माह मुश्किलों से भरे होने वाले हैं। सोमवार को तड़के उन चार आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया जो सीआरपीएफ के कैंप पर आतंकी हमले की फिराक में थे। इस एनकाउंटर से पहले सेना साफ कर चुकी है कि घाटी में मौजूद करीब 200 आतंकी इस बार की सर्दियां नहीं देख पाएंगे।
सेना को मिली खुल छूट
दूसरी तरफ सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार की ओर से सेना को घाटी में स्थिति से निबटने के लिए खुली छूट दे दी गई है। सेना किसी भी तरह के राजनीतिक हस्तक्षेप के आगे घुटने नहीं टेकेगी। सेना को सरकार की ओर से यह संदेश साफ कर दिया गया है। घाटी का माहौल इस समय काफी तनावपूर्ण है और सेना आतंकियों को मारकर ही दम लेगी। सरकार से जुड़े एक सूत्र की ओर से दी गई जानकारी पर अगर यकीन करें तो घाटी में मौजूद आतंकियों से निबटने का कोई और विकल्प नहीं है। सेना को और आक्रामक होना पड़ेगा और आतंकियों का मुकाबला करते समय बातचीत की कोई गुंजाइश ही नहीं बचती है। इस सूत्र की ओर से कहा गया है कि आतंकियों को खत्म किया जाएगा और इस बारे में किसी कोई शंका नहीं होनी चाहिए।
पाकिस्तान को दिया जाए कड़ा संदेश
जहां एक तरफ सेना को घाटी में आतंकियों को निबटने के लिए खुली छूट दे दी गई है तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान की पोस्ट को निशाना बनाना भी सेना का दूसरा विकल्प है। इन हमलों के जरिए यह सुनिश्चित किया गया है कि कम से कम 20 पाकिस्तानी आतंकी हर हाल में खत्म हों। सबसे अहम बात है कि जिन पोस्ट्स को निशाना बनाया गया वे ऐसे पोस्ट्स थीं जो आतंकियों को घाटी में घुसपैठ के लिए रणनीतिक तौर पर मददगार साबित हो रही थीं। विशेषज्ञों की मानें तो पाकिस्तान से निबटने के लिए भारत को सख्त होना ही पड़ेगा और पाकिस्तान को यह संदेश देना होगा कि भारत अब नरम देश नहीं है। अगर पाक की ओर से शांति वार्ता के लिए गंभीर प्रयास किए जाते हैं तो फिर उन पर विचार किया जाएगा। लेकिन आतंकवाद और आतंकियों के खिलाफ भारत कड़े तेवर अपनाएगा।