आसाराम-नित्यानंद के बाद फंसी राधे मां: जानें उनके 15 छुपे राज
नयी दिल्ली। जब किसी के अन्दर आस्था चरम सीमा पर पहुँचकर हिलोरें मारती है तब विवेक कहीं चादर तानकर सो रहा होता है। हाल ही में कई गुरुओं, संतों, बाबाओं का काला चेहरा सबके सामने आया है जो धर्म की आड़ में लोगों को धोखा देते थे, लेकिन लोगों की अंधी आस्था ऐसी कि उनकी आंखे अब तक नहीं खुली। एक हाथ में सोने की त्रिशूल और दूसरे हाथ में गुलाब के फूल लेकर भक्तों पर तथाकथित कृपा बरसाने वाली विवादित धर्मगुरु राधे मां पर मुश्किलों का पहाड़ टूट पड़ा है।
Video: राधे मां पर ये क्या कह गए नवजोत सिंह सिद्धू
पिछले 10 सालों में शोहरत के साथ राधे मां का साम्राज्य बढ़ा है, लेकिन ये नाम, ये शोहरत, ये दौलत, ये भक्तों की भीड़ हमेशा से नहीं जुड़ी थी, राधे मां की दुनिया जितनी मायावी है, उतनी ही रहस्यमयी है इसका अंजादा लगा पाना मुश्किल होता जा रहा है।
ऐसा पहली बार नहीं है जब राधे मां मुश्किलों में फंसी हो, इससे पहले भी वो विवादों में फंस चुकी है, लेकिन भक्तों का अंधविश्वास ऐसा कि उन्होंने दोबारा से अपना स्रामाज्य स्थापित कर लिया। लेकिन राधे मां की मायावी दुनिया के बारे में अभी भी कई ऐसे राज है जिनके बारे में आपका जानना जरुरी है। तस्वीरों में जानिए राधे मां से जुड़ी रहस्यमयी बातें...
रहस्यमयी और मायावी है राधे मां की दुनिया
कहानी भारत-पाक सीमा पर बने छोटे से गाव दोरंगला से शुरु होती है। राधे मां का असली नाम सुखविंदर है। राधे मां की शादी 18 साल की उम्र में मुकेरिया के मनमोहन सिंह से हुई थी। लेकि न पति के विदेश जाने के बाद राधे मां ने अपनी मायावी दुनिया शुरु कर ली।
कपड़े सील कर करती थी गुजारा
बदहाली की हालत में सुखविंदर ने लोगों के कपड़े सिल कर गुजारा किया। 21 साल की उम्र में वे महंत रामाधीन परमहंस के शरण में जा पहुंचीं। परमहंस ने सुखविंदर को छह महीने तक दीक्षा दी और इसके साथ ही उन्हें नाम दिया राधे मां।
तंत्र मंत्र में माहिर हैं राधे मां!
राधे मां पर आरोप लगते रहे है कि वो सिर्फ आशीर्वाद देने में ही नहीं, बल्कि तंत्र मंत्र में भी निपुण हैं। बताया जाता है कि मुकेरिया में डकोर खालसा के बैरागी संत बीरमदास के संपर्क में आने के बाद उन्होंने तंत्र-मंत्र में अपना ज्ञान बढ़ाया।
बॉलीवुड स्टार्स भी हैं राधे मां के भक्त
मुंबई में आलीशान आश्रम में रहने वाली राधे मां के आगे बॉलीवुड के स्टार्स से लेकर समाज के धनकुबेरों का तांता लगा रहता है, लेकिन आस्था के इस आडंबर के पीछे का सच क्या है ये कोई नहीं जानता। राधे मां को बॉलावुड के गानों से खास लगाव है तभी तो उनके हर दरबार में बॉलावुड के गाने बजते हैं।
पहले भी रहीं विवादों में
इससे पहले 2012 में राधे मां को महामंडलेश्वर घोषित करने पर भी विवाद हो चुका है। हाल ही में राधे मां का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वो बॉलीवुड के गाने पर उनको डांस करती दिखाई दे रही हैं।
दुल्हन की तरह सजती है राधे मां
राधे मां हमेशा दुल्हन के रूप में तैयार होती हैं। सत्संग के दौरान वह अपने भक्तों के साथ डांस भी करती हैं। जो भी भक्त इनके पास अपनी समस्या के समाधान के लिए आता है राधे मां उसे एक लाल गुलाब का फूल देकर उसकी समस्या के जल्द हल का आश्वासन देती हैं।
करोड़ों की मालकिन है राधे मां
पंजाब के एक आम परिवार में पैदा हुई राधे मां लाखों के गहने पहनती हैं। कार्यक्रमों को शाही अंदाज़ में आर्गनाइज कर खुद ग्लैमरस रूप में स्टेज पर उतरती हैं। मुंबई, दिल्ली, पंजाब समेत कई राज्यों में राधे मां के नाम पर ट्रस्ट भी चलते हैं।
विदेशों में भी संपत्ति
राधे मां के दुनिया भर में भक्त हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि अमेरिका, कनाडा और जापान में भी राधे मां के आश्रम हैं।
मीडिया से जुड़ी है राधे मां
राधे मां ग्लोबल मीडिया ऐड के कारोबार से जुड़ी है। मुंबई में बोरीवली पश्चिम में रेलवे स्टेशन से 10 मिनट की दूरी पर स्थित ‘राधे देवी मां भवन है, जिसे ग्लोबल मीडिया कंपनी के मालिक ने बनाया है।
कम बोलती है राधे मां
राधे मां खुद को दुर्गा मां का अवतार बताती है। लेकिन विवादों में फंसी राधे मां कम बोल ती है। उनकी जुबान हमेशा खामोश रहती है।
खुश करने की होड़
राधे मां के आश्रम में उन्हें खुश करने के लिए भक्तों की होड़ लगी होती है। भक्त झूम- झूमकर उन्हें खुश करते है तो राधे मां भी खुद को थिरकने से नहीं रोक पातीं हैं। जिन भक्तों पर राधे मां ज्यादा मेहरबान होती हैं, वो भक्त राधे मां को गोद में उठाकर झूमने लगते हैं।
धनकुबेरों का तांता
मुंबई में आलीशान आश्रम में रहने वाली राधे मां के यहां धनकुबेरों का तांता लगा रहता है। बॉलीवुड स्टार्स से लेकर बड़े-बड़े उद्योगपति उनके भक्तों की श्रेणी में शामिल है।
अनसुलझे राज
राधे मां को बचपन में घरवाले घर वाले उन्हें प्यार से बब्बो नाम से बुलाते थे। शुरु से ही पूजा पाठ में दिलचस्पी थी। वो पढने मे भी बहुत तेज थी।
राधे मां की जिंदगी ने ले लिया मोड़
राधे मां भले ही खुद को दर्गा का अवतार मानती हो, लेकिन वो शुरु से शिव की आराधना मे लगी रहती थी।