हरियाणा पुलिस ने 15 दलित प्रदर्शनकारियों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया
हरियाणा पुलिस ने 15 दलित प्रदर्शनकारियों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया, दो छात्र कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के हैं।
नई दिल्ली। हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर सरकार के खिलाफ भड़काऊ भाषण के आरोप में हरियाणा पुलिस ने 15 दलित एक्टिविस्ट के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसमें से द छात्र कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के हैं। इन तमाम लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। ये तमाम एक्टिविस्ट्स चार दलितों को रिहा करने के लिए प्रदर्शन कर रहे थे, जिन्हें अंबाला के पटेरहेड़ी गांव में दो महीने पहले जातीय संघर्ष में हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
वहीं इस मामले में पुलिस सूत्रों ने बताया कि अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है, पीड़ित परिवार राजपूत समुदाय का है। लेकिन प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया है कि उन तमाम लोगों का नाम एफआईआर में शामिल किया गया है जिन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से 20 अप्रैल को मुलाकात की थी और इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की थी।
इस एफआईआर को पुलिस ने अभी तक सार्वजनिक नहीं किया है, पुलिस का इस मामले में कहना है कि गांव में प्रदर्शन के दौरान सरकार के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिए गए, जो यहां के स्थानीय लोगों के बीच हिंसा भड़का सकता था, इस मामले में 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। कर्नाल सिविल लाइंस के एसएचओ मोहन लाल ने इस बात की पुष्टि की है कि इन तमाम लोगों के खिलाफ हिंसा भड़काने, कानून तोड़ने सहित तमाम मामलों के अलावा देशद्रोह का भी मामला दर्ज किया गया है, इनके खिलाफ सेक्शन 124 ए के तकत मामला दर्ज किया गया है।
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1993
मुंबई
सीरियल
बम
ब्लास्ट:
पढ़ें
उस
काले
दिन
की
खौफनाक
कहानी
वहीं
इस
मामले
में
कर्नाल
के
एसपी
जशदीप
सिंह
रंधावा
का
कहना
है
कि
उन्हें
देशद्रोह
के
मामले
के
बारे
में
जानकारी
नहीं
है।
उन्होंने
कहा
कि
यह
मामला
मुख्य
रूप
से
कुछ
उपद्रवियों
के
खिलाफ
है
जिन्होंने
अंबाला
में
सड़क
को
जाम
कर
दिया
था
और
पुलिस
के
साथ
मारपीट
की
थी।
मैं
देशद्रोह
के
मामले
से
अनभिज्ञ
हूं,
लेकिन
अगर
देशद्रोह
का
मामला
है
तो
हम
इसपर
कानूनी
सलाह
लेंगे,
अगर
यह
आरोप
गलत
हैं
तो
उन्हें
हटाया
जाएगा।