यूपी: महज 30 रु. घूस नहीं देने पर इलाज के अभाव में बच्चे की मौत
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल क्या है ये बहराईच की घटना से साफ हो जाता है। जहां महज 30 रुपये की घूस नहीं देने पर एक मासूम को इलाज नहीं मिलता और उसकी मौत हो जाती है।
ये चौंकाने वाला मामला तब सामने आया जब बहराईच में एक परिवार अपने 10 महीने के मासूम बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंचा। उनका बच्चा कई दिनों से बीमार था। परिजनों को लगा कि अस्पताल में इलाज मिलने से शायद उसकी हालत में सुधार आ जाए। लेकिन उन्हें क्या पता था कि मासूम को इलाज से पहले उनसे घूस मांगी जाएगी।
Bahraich:10-month-old baby dies in hospital,Parents allege they were demanded bribe by hospital staff fr medical aid pic.twitter.com/KXVGM15Yd1
— ANI UP (@ANINewsUP) August 11, 2016
बहराईच के अस्पताल का हाल
परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के एक स्टाफ ने बच्चे को इलाज के लिए बेड देने के बदले 30 रुपये की मांग की। 30 रुपये नहीं देने पर उन्होंने बच्चे का इलाज करने से मना कर दिया। इलाज में हो रही देरी के बीच बच्चे के स्वास्थ्य में लगातार गिरावट जारी रही। आखिर में उसकी जान चली गई।
Received a complaint that a child's parents were asked to pay Rs30 for bed by the sweeper. He has been removed frm duty- OP Pandey, CMS
— ANI UP (@ANINewsUP) August 11, 2016
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बच्चे की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। दूसरी ओर परिजनों के घूस मांगने के आरोप सामने आने के बाद अस्पताल प्रशासन सक्रिय हुआ।
दोषी कर्मचारियों पर अस्पताल प्रशासन ने की कार्रवाई
अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ओपी पांडेय ने बताया कि हमें ऐसी शिकायत मिली है कि अस्पताल में काम करने वाले एक कर्मचारी ने परिजनों से घूस की मांग की थी। उन्होंने बताया कि इस कर्मचारी ने बच्चे को बेड देने के बदले 30 रुपये मांगा था। फिलहाल आरोपी कर्मचारी पर कार्रवाई करते हुए उसे बर्खास्त कर दिया गया है। इसके साथ ही जांच टीम का गठन भी किया गया है।
Nurse who was on duty,shifted from children's ward.Inquiry hs also been set up-OP Pandey,Chief Medical Suprintendent pic.twitter.com/XEfq28dfep
— ANI UP (@ANINewsUP) August 11, 2016
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मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ओपी पांडेय ने आगे बताया कि इस मामले में एक नर्स पर भी कार्रवाई की गई है, जो उस समय वहां ड्यूटी पर थी। नर्स को अब बच्चों के वार्ड में भेज दिया गया है।