ग्रीनपीस की रिपोर्ट के अनुसार हर साल प्रदूषण से मरते हैं 12 लाख लोग, दिल्ली है टॉप पर
ग्रीनपीस इंडिया ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है, जिसके तहत भारत में हर साल वायु प्रदूषण की वजह से करीब 12 लाख लोगों की मौत होती है। ग्रीनपीस के अनुसार दिल्ली देश का सबसे अधिक प्रदूषित शहर है।
नई दिल्ली। हर रोज घर से ऑफिस, स्कूल या फिर सिर्फ बाजार के लिए भी निकलते समय आपको दिल्ली जैसे शहर में भारी प्रदूषण का सामना करना पड़ता है। ग्रीनपीस इंडिया ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है, जिसके तहत भारत में हर साल वायु प्रदूषण की वजह से करीब 12 लाख लोगों की मौत होती है। ग्रीनपीस के अनुसार दिल्ली देश का सबसे अधिक प्रदूषित शहर है। यह रिपोर्ट ऑनलाइन रिपोर्ट और सूचना का अधिकार से मिली जानकारी पर आधारित है। साथ ही देश के 24 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के 168 शहरों में एयर क्वालिटी चेक करने के बाद मिली जानकारी को भी यह रिपोर्ट बनाते वक्त ध्यान रखा गया।
रिपोर्ट
के
अनुसार
इन
168
शहरों
में
से
कोई
भी
शहर
वर्ल्ड
हेल्थ
ऑर्गेनाइजेशन
द्वारा
निर्धारित
एयर
क्वालिटी
स्टैंडर्ड
पर
खरा
नहीं
उतरा
है।
रिपोर्ट
का
दावा
है
कि
वायु
प्रदूषण
की
वजह
से
जीडीपी
का
तीन
प्रतिशत
नुकसान
हो
चुका
है।
साथ
ही,
यह
भी
कहा
गया
है
कि
प्रदूषण
से
मरने
वालों
की
संख्या
तंबाकू
से
मरने
वालों
से
सिर्फ
थोड़ी
सी
ही
कम
है।
ग्रीनपीस
इंडिया
के
कैपेंनर
सुनील
दहिया
ने
कहा-
हम
इस
समय
सांस
लेने
योग्य
हवा
न
होने
की
वजह
से
कयामत
का
सामना
कर
रहे
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
इतनी
सारी
रिपोर्ट
आने
के
बावजूद
भी
अथॉरिटी
अपने
कान
बंद
किए
बैठी
हैं।
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ग्रीनपीस
की
रिपोर्ट
कहती
है
कि
दक्षिण
भारत
के
कुछ
ही
शहर
ऐसे
हैं
जो
एयर
क्वालिटी
स्टैंडर्ड
पर
खरे
उतरे
हैं,
जिन्हें
सेंट्रल
पॉल्यूशन
कंट्रोल
बोर्ड
(सीपीसीबी)
ने
निर्धारित
किया
है।
रिपोर्ट
के
अनुसार
सबसे
अधिक
प्रदूषण
जीवाश्म
ईंधन
की
वजह
से
होता
है।
देश
के
20
सबसे
अधिक
प्रदूषण
वाले
शहर
में
पीएम
10
का
स्तर
2015
में
268
ग्राम
प्रति
मीटर
क्यूब
और
168
ग्राम
प्रति
मीटर
क्यूब
के
बीच
रहा
है।
हालांकि,
दिल्ली
268
ग्राम
प्रति
मीटर
क्यूब
के
साथ
टॉप
पर
रहा
है।