शिमला नगर निगम चुनाव: 31 साल बाद हारी कांग्रेस, बीजेपी में जश्न का माहौल
शिमला नगर निगम में मिली जीत से भाजपा में जशन का महौल है। पार्टी, कार्यकर्ताओं में आए इस उत्साह को अगले विधानसभा चुनावों तक बरकरार रखना चाह रही है।
शिमला। शिमला नगर निगम में मिली जीत से भाजपा में जश्न का महौल है। पार्टी, कार्यकर्ताओं में आए इस उत्साह को अगले विधानसभा चुनावों तक बरकरार रखना चाह रही है। यही वजह है कि नगर निगम चुनावों में मिली इस जीत को खासा महत्व दिया जा रहा है।
अमित शाह ने बताया ऐतिहासिक
भाजपा के राष्टरीय अध्यक्ष अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश के शिमला नगर निगम के चुनावों में भाजपा की जीत को ऐतिहासिक करार देते हुये कहा है कि परिणामों ने साबित कर दिया है कि प्रदेश की जनता अब बदलाव के मूड में है। उन्होंने कहा है कि लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति अपना विशवास जताया है। अमित शाह ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सत्ती की सराहना करते हुये उन्हें और पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई भी दी है। उन्होंने कहा कि शिमला नगर निगम में आज भाजपा सबसे बढ़े दल के रूप में उभर कर सामने आई है। यह आने वाले दिनों में प्रदेश की राजनिति में आने वाले बड़ें बदलाव का संकेत है।
कांग्रेस के सफाए के दिन आ गए
भाजपा प्रवक्ता राजीव बिंदल ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुखविन्दर सिंह खुक्खू ने लगातार वार्ड-वार्ड में जाकर बैठकें की, वीरभद्र सिंह ने सारे नियम तोड़ कर रात को 1 बजे तक माइक चलाया। यहां तक की जाखू वार्ड में जहां सीएम का निवास है वहां पर सीएम के विशिष्ठ सहयोगियों द्वारा लोगों को धमकाया जाता रहा, फिर भी वह वार्ड कांग्रेस महज 12 वोटों से ही जीत पाई है। बिंदल ने कहा कि अब कांग्रेस पार्टी एवं कांग्रेस सरकार के संपूर्ण सफाए के दिन आ गए हैं। शिमला जिले को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। शिमला में सदैव कांग्रेस पार्टी ने अपनी कॉरपोरेशन बनाई लेकिन शिमला में मुख्य चुनावों से पहले कांग्रेस की करारी हार ने कांग्रेस सरकार को उसका आइना दिखा दिया है। उन्होंने कहा कि 6 महीने पहले जब भोरंज का उपचुनाव हुआ तो बीजेपी को जबरदस्त जीत मिली। तब कांग्रेस ने कहा था कि हमीरपुर तो बीजेपी का गढ़ है परंतु अब तो कांग्रेस को कांग्रेस के गढ़ में ही जनता ने चारों खाने चित कर दिया है।
31 साल बाद हारी कांग्रेस
बिंदल ने कहा कि नगर निगम चुनावों में बीजेपी को 17 सीटें, कांग्रेस को 12 सीटें, सीपीएम को एक सीट और 4 निर्दलीय उम्मीदवार जीते हैं। इस प्रकार बीजेपी के पक्ष में खुला जनादेश शिमला निगम क्षेत्र की जनता ने दिया है। सीपीएम एवं कांग्रेस पार्टी को जनता ने नकार दिया है। वहीं बिंदल ने शिमला की जनता का बीजेपी के पक्ष में जनादेश देने के लिए आभार जताया है। बिंदल ने शिमला की जनता को बधाई देते हुए कहा कि 31 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद जनता ने बीजेपी को नगर निगम में काबिज होने का आदेश दिया है। बीजेपी यह विश्वास देती है कि शिमला की जनता की भरपूर सेवा करेंगे। बिंदल ने चुनाव में लगी पूरी टीम को भी बधाई और धन्यवाद दिया।