कोटखाई गैंगरेप: आरोपी सूरज का 8वें दिन हुआ अंतिम संस्कार
शिमला जिले के कोटखाई में स्कूली छात्रा से गैंगरेप और मर्डर मामले और पुलिस हिरासत में मारे गये नेपाली सूरज का आज सीबीआई ने अंतिम संस्कार करा दिया।
शिमला। शिमला जिले के कोटखाई में स्कूली छात्रा से गैंगरेप और मर्डर मामले और पुलिस हिरासत में मारे गये नेपाली सूरज का आज सीबीआई ने अंतिम संस्कार करा दिया। इससे पहले केन्द्रीय जांच एजेंसी ने शव को आईजीएमसी में रोक कर रखा था। जिससे उसका अंतिम संस्कार पिछले कई दिनों से टल रहा था। सूरज का दोबारा पोस्टमार्टम करवाया व बुधवार को उसकी पत्नी को शव को सौंप दिया। इस अवसर पर नेपाली समुदाय के लोग भी थे।
पत्नी का आरोप, सूरज को फंसाया गया
मंगलवार को सूरज के शव को पोस्टमार्टम के बाद आईजीएमसी में ही रखा था। बुधवार को सीबीआई की टीम ने पुलिस से इस संबंध में आगामी कार्रवाई करने को कहा और फिर सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शव को पत्नी ममता को सौंपा गया। इससे पहले नेपाली लोगों ने उसके शव का संस्कार करने से इनकार कर दिया और कहा कि सूरज का परिवार नेपाल में है और उसका एक भाई गुजरात में है। प्रशासन ने परिवार को कोई सूचना नहीं दी। इसके बाद एसडीएम ने उन्हें समझाया और कहा कि सूरज का शव काफी दिनों से पड़ा है ऐसे में उसका अंतिम संस्कार जरूरी है। एसडीएम के मनाने पर ही नेपाली समुदाय अंतिम संस्कार को तैयार हुआ। सूरज की पत्नी ममता को आज भी यकीन नहीं है कि उसका पति ऐसी दरिंदगी कर सकता है। रो रो कर उसका बुरा हाल था, वह लगातार कहती रही कि उसके पति को फंसाया गया है।
पुलिस थाने में सूरज की हुई थी हत्या
बता दें कि सूरज को राज्य पुलिस की एसआईटी ने कोटखाई मामले में गिरफ्तार किया था। सूरज को चार अन्य आरोपियों के साथ गिरफ्तार किया था, जबकि एक आरोपी आशीष को पुलिस ने पहले गिरफ्तार किया था। सूरज अन्य आरोपियों के साथ पुलिस रिमांड पर चल रहा था और इस दौरान 18 जुलाई की रात को कोटखाई पुलिस लॉकअप में सूरज की हत्या कर दी गई। पुलिस के मुताबिक सूरज की हत्या राजू नामक दूसरे आरोपी ने की थी। सूरज की पुलिस लॉकअप में हत्या के बाद कोटखाई में माहौल काफी बिगड़ गया था। गुस्साए लोगों ने पुलिस थाने को फूंक दिया था और उन पर पथराव भी किया था।
सीबीआई ने मांगी लोगों से मदद
उधर सी.बी.आई. के प्रवक्ता आर.के. गौड़ ने बताया कि कोटखाई की स्कूली छात्रा से गैंगरेप व मर्डर मामले के पांचों आरोपियों को सी.बी.आई. ने हिरासत में ले लिया है। आरोपियों को ठियोग न्यायालय में पेश किया गया। न्यायाधीश हरमेश कुमार ने पांचों आरोपियों को सी.बी.आई. को सौंपने के आदेश दिए। आरोपी आशीष, दीपक, राजू, लोकजन व सुभाष अब सीबीआई की हिरासत में हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी जल्द ही रिमांड के लिए सीबीआईकोर्ट में पेश करेगी। यहां से सीबीआई इनके लिए रिमांड की मांग करेगी ताकि दोषियों के साथ सख्ती करके अहम सुराग जुटाए जा सकें। वहीं एक अन्य आरोपी आशीष चौहान को भी सीबीआई अपनी हिरासत में लेने के लिये औपचारिकातयें पूरी कर रही है। इस मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए कोई भी व्यक्ति सी.बी.आई. को गोपनीय सूचना दे सकता है। इसके लिए एसआईटी ने आधिकारिक तौर पर 2 मोबाइल नंबर जारी किए हैं। ये नंबर 82198 85920 और 82198 93590 हैं। इन नंबरों पर एस.एम.एस. या व्हाट्सएप के माध्यम से सूचना प्रदान कर सकते हैं।