शिमला: गद्दी समुदाय के लोगों को मिल गई सीएम वीरभद्र के खिलाफ और तगड़ी वजह
कपूर ने कहा- उन्होंने अकेले मैक्लोडगंज-धर्मशाला रोड पर स्थित केंद्रीय विद्यालय के पास सीएम का काफिले रोक दिया। उनका कहना है कि सीएम ने जिस तरह गद्दी समुदाय पर टिप्पणी की उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
शिमला। कांगड़ा दौरे पर गए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को बुधवार धर्मशाला में गद्दी समुदाय का विरोध झेलना पड़ा लेकिन गद्दी समुदाय के इस विरोध प्रर्दशन के दौरान उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई जब यहां प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें कई लोग लहूलुहान हो गए। पुलिस ने सीएम के काफिले को रोकने के आरोप में दो दर्जन लोगों को हिरासत में भी लिया।
जानकारी के मुताबिक सीएम धर्मशाला के पास नड्डी में डल लेक पर आयोजित एक समारोह में शिरकत करने पहुंचे तो धर्मशाला भाजपा खासकर गद्दी समुदाय के लोग पूर्व मंत्री किशन कपूर के नेतृत्व में उनके काफिले को घेरने लगे। समुदाय पर सीएम द्वारा की गई टिप्पणी के खिलाफ समुदाय के लोग डल लेक के पास पुलिस चौकी फरसेठगंज के समीप सीएम वीरभद्र सिंह को काले झंडे दिखाने के लिए खड़े थे और सीएम गो बैक के नारे लगा रहे थे। इस बीच पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई। जिसमें कुछ युवक घायल हुए हैं। एसपी कांगड़ा रमेश छाजटा ने बताया कि करीब 20 से 25 लोगों को हिरासत में लिया गया।
दरअसल पूर्व मंत्री किशन कपूर ने सीएम वीरभद्र सिंह के काफिले में गाड़ी घुसा दी। वहीं, डल लेक के पास सीएम वीरभद्र सिंह को काले झंडे दिखाने व वीरभद्र गो बैक के नारे लगाने वाले प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था। इसमें कुछ प्रदर्शनकारी घायल हुए। पुलिस ने 20 से 25 लोगों को हिरासत में लिया। पूर्व मंत्री किशन कपूर का कहना है कि गुंडागर्दी किसी भी कीमत पर चलने नहीं देंगे। कपूर ने कहा कि उन्होंने अकेले मैक्लोडगंज-धर्मशाला रोड पर स्थित केंद्रीय विद्यालय के पास सीएम का काफिले रोक दिया। कपूर का कहना है कि सीएम ने जिस तरह गद्दी समुदाय पर टिप्पणी की है, उसे किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा।
वहीं, डल लेक कार्यक्रम में शिरकत करने जा रहे सीएम वीरभद्र सिंह को काले झंडे दिखाने के चलते करीब 25 लोगों को हिरासत में लिया। इस बीच नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने धर्मशाला के नड्डी में गद्दी समुदाय के लोगों पर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की। वीरभद्र सिंह और सुधीर शर्मा के इशारे पर लाठीचार्ज लोकतंत्र की हत्या है। जब गद्दी समुदाय के लोग लाठीचार्ज के बाद घायल हो गए तब भी उनको तुरंत मेडिकल सुविधा नहीं दी गई। वीरभद्र सिंह पहले तो बयान देते हैं और अगर कोई शांतिपूर्वक प्रदर्शन करे तो निहत्थे लोगों पर लाठी बरसाई जाती है। धूमल का आरोप है कि कांग्रेस की वर्तमान सरकार जनता के विरोध को लाठी से दबाना चाहती है। धूमल ने कहा कि अपनी हार को देखकर कांग्रेस बौखला गई है और अब ओछे हथकंडों को अपना रही है।
वहीं कांगड़ा के सांसद शांता कुमार ने धर्मशाला के नड्डी में गद्दी समुदाय के लोगों पर लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के धर्मशाला में रहते हुए उनके सामने हुआ ये लाठीचार्ज कहीं कोटखाई प्रकरण की पुनरावृत्ति न हो जाए। शांता कुमार ने कहा कि जब गद्दी समुदाय के लोग लाठीचार्ज के बाद घायल हो गए तब भी उनको तुरंत मेडिकल सुविधा नहीं दी गई। 20 से 25 लोगों का घायल होना अत्यंत दु:ख की बात है।
उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह को बेतुके बयान देने से पहले सोचना चाहिए। कोई शांतिपूर्वक प्रदर्शन करे तो निहत्थे लोगों पर लाठियां बरसाई जाती हैं। 9 अगस्त भारत छोड़ो अभियान की 75वीं वर्षगांठ थी, वहीं कांग्रेस ने हिमाचल में आम लोगों और गद्दी समुदाय पर लाठीचार्ज करवा दिया। कांग्रेस की वर्तमान सरकार जनता के विरोध को लाठी से दबाना चाहती है और अंग्रेजों से भी अधिक बर्बर व तानाशाह हो गई है।
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