दुनिया का सबसे बुजुर्ग इंसान, 24 साल पहले खुदवाई थी कब्र लेकिन अब भी है जिंदा
नई दिल्ली। दुनिया के सबसे उम्रदराज इंसान को लेकर हर बार नए-नए दावे सामने आते रहे हैं। अब इंडोनेशिया के म्बाह गोथो ने अपनी उम्र 145 साल होने का दावा किया है। अब तक यह रिकॉर्ड फ्रांस की जेनी कालमेंट (122) के नाम था।
अपनी उम्र को साबित करने के लिए गोथो ने बाकायदा दस्तावेज भी पेश किए हैं, जिनके मुताबिक उनका जन्म 1870 में हुआ था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह अपनी इतनी लंबी आयु से खुश नहीं हैं और मौत चाहते हैं। उन्होंने बताया कि आंखें कमजोर होने की वजह से वह टीवी नहीं देख पाते लेकिन रेडियो सुनकर अपना समय काटते हैं।
पढ़ें: आखिर मोदी ने क्यों नहीं लिया उस महिला टीचर का नाम?
24
साल
पहले
ही
खुदवा
ली
थी
कब्र
बताया
जा
रहा
है
कि
गोथो
ने
अपनी
मौत
को
लेकर
पहले
भी
अटकलें
लगाई
थीं
और
1992
में
उन्होंने
बाकायदा
अपनी
कब्र
भी
खुदवा
ली
थी,
हालांकि
वह
इसके
24
साल
बाद
भी
जीवित
हैं।
गोथो
कि
चार
पत्नियों,
भाइयों
और
बच्चों
की
भी
मौत
हो
चुकी
है।
इंडोनेशिया
के
आधिकारिक
रिकॉर्ड
में
गोथो
का
जन्म
दिन
31
दिसंबर
1870
दर्ज
है।
ये
हैं
भारत
के
सबसे
बुजुर्ग
शख्स
उत्तर
प्रदेश
के
वाराणसी
के
रहने
वाले
शिवानंद
बाबा
ने
खुद
के
भारत
का
सबसे
बुजुर्ग
इंसान
होने
का
दावा
किया
है।
आधिकारिक
दस्तावेजों
के
मुताबिक
उनकी
उम्र
120
साल
है।
बाबा
ने
बताया
कि
उनका
जन्म
8
अगस्त
1896
को
हुआ
था।
वह
बांग्लादेश
के
एक
गांव
में
पैदा
हुए
थे।
बाद
में
वह
कोलकाता
स्थित
एक
आश्रम
में
दीक्षा
लेने
के
बाद
वहीं
रहने
लगे।
वह
1979
के
आस-पास
वाराणसी
पहुंचे
और
वहीं
रहने
लगे।
पढ़ें: नाबालिग की आंखों पर पट्टी बांधकर गैंगरेप, 25 लोगों पर आरोप
शिवानंद बाबा का दावा है कि उनकी लंबी उम्र का राज शारीरिक संबंधों और मसालों से दूरी है। बाबा ने बताया कि उन्होंने कभी शादी नहीं की। वह रोजाना सुबह तीन बजे उठकर योग और प्राणायाम करते हैं। यही उनकी लंबी उम्र की वजह है।