आया 15 अगस्त तो जिन्ना की बेटी ने फहरा तिरंगा
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। जब 15 अगस्त 1947 को सारा देश स्वाधीनता की खुशियां मना रहा था, तब पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की बेटी दीना वाडिया अपने बंबई (अब मुंबई) के घर में तिरंगा फहरा रही थी। दीना ने पाकिस्तान जाने से इंकार कर दिया था। यानी वह उस मुल्क में नहीं जा रही थीं जिसे उनके पिता ने बनाया था।
पिता के घर पर हक
कई साल पहले दीना मेहता ने मुंबई के मालाबार हिल में स्थित अपने पिता के बंगले कुछ के स्वामित्व पर दावा भी ठोका था। हालांकि वह केस अब भी कोर्ट में चल रहा है।
भाजपा के करीबी
दीना के पुत्र नुस्ली वाडिया को एक दौर में भाजपा का करीबी माना जाता था। वे बाम्बे डाइंग के चीफ हैं। उनका छोटा बेटा इंडिगो एयरलाइन चलाता है बड़ा बेटा आईपीएलकी टीम किंग्स इलेवन पंजाब का मालिक भी है।
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पिता की मर्जी के खिलाफ
दीना वाडिया ने अपने पिता की मर्जी के खिलाफ नेविल नाम के शख्स से शादी की थी। नेविल पारसी थे। जिन्ना को ये बात कतई अच्छी नहीं लगी थी। दीना अब करीब 94 साल की हैं।नुस्ली वाडिया इन दिनों अपनी मां के पास न्यूयार्क में ही है। दीना बीते कई सालों से न्यूयार्क में ही रहती हैं। दरअसल दीना ने देश के बंटवारे से पहले नुस्ली के पिता नेविल से प्रेम विवाह किया था। नेविल का कई साल पहले निधन हो गया था।
एक बार पाकिस्तान में
दीना वाडिया सिर्फ एक बार ही पाकिस्तान गईं। मौका था कराची में भारत-पाकिस्तान के बीच खेला जा रहा वन डे मैच। तब परवेज मुशर्ऱफ पाकिस्तान के राष्ट्रपति थे। उन्होंने खुद इकबाल स्टेडियम में दीना की अगवानी की थी। दीना की वह पाकिस्तान की पहली और अंतिम यात्रा थी। वह तब अपने पिता की कब्र में भी गई थीं सजदा करने के लिए।