यूपी विधानसभा चुनाव 2017: घोरवाल विधानसभा क्षेत्र पर एक नजर
घोरवाल, उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले का एक शहर है। यूपी की इस विधानसभा सीट का नंबर 400 है। घोरवाल, सोनभद्र जिले की एक नगर पंचायत भी है। घोरवाल, वाराणसी से करीब 105 किलोमीटर दूर है।
वोटरों की संख्या
2012 में इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 316762 वोटर थे। इनमें 171783 पुरुष वोटर और 144979 महिला वोटर थी। 2001 की जनगणना के अनुसार घोरवाल की औसत साक्षरता दर 59 फीसदी है, जो राष्ट्र की साक्षरता दर से ज्यादा है।
औसत साक्षरता दर
पूरे राज्य की औसत साक्षरता दर 67.68 फीसदी है। इस क्षेत्र में पुरुषों की साक्षरता दर लगभग 69 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर लगभग 47 फीसदी है। यहां करीब 18 फीसदी आबादी 6 साल के नीचे है।
2012 में कौन जीता, कौन हारा
2012 में घोरवाल विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के रमेश चंद्र ने जीत हासिल की। उन्होंने बीएसपी के अनिल कुमार मौर्या को हराया। एसपी के रमेश चंद्र को 87708 वोट मिले, वहीं बीएसपी के अनिल कुमार मौर्या को 72521 वोट मिले।
सोनभद्र जिले पर एक नजर:
- सोनभद्र जिला उत्तर प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा जिला है।
- इसकी सीमाएं देश के चार राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार से छूती हैं।
-
इस
जिले
का
क्षेत्रफल
6788
वर्ग
किलोमीटर
है।
-
यहां
की
जनसंख्या
2011
की
जनगणना
के
मुताबिक
18,62,559
थी।
इनमें
पुरुषों
की
आबादी
9,71,344
और
महिलाओं
की
संख्या
8,91,215
है।
-
इस
जिले
में
1000
पुरुषों
पर
918
स्त्रियां
हैं।
-
शैक्षिक
अनुपात
64
फीसदी
है।
जिनमें
पुरुष
74.92
फीसदी
और
महिलाएं
52.14
फीसदी
शिक्षित
है।
-
सोनभद्र
जिला
इंडस्ट्रियल
जोन
में
आता
है।
यहां
बाक्साइट,
चूनी
पत्थर,
कोयला
और
सोने
की
खदानें
है।
-
सोनभद्र
को
'देश
की
ऊर्जा
राजधानी'
माना
जाता
है।
यहां
बिजली
उत्पादन
के
लिए
कई
संयंत्र
और
इकाईयां
काम
कर
रही
हैं।
-
सोनभद्र
शहर
रेल
मार्ग
के
जरिए
दिल्ली,
इलाहाबाद,
रांची
और
पटना
से
जुड़ा
हुआ
है।
-
हवाई
मार्ग
से
पहुंचने
के
लिए
आपको
वाराणसी
एयरपोर्ट
उतरना
होगा।
वहां
से
सड़क
मार्ग
के
जरिए
इस
जिले
तक
पहुंचा
जा
सकता
है।
-
रॉबर्ट्सगंज,
सोनभद्र
जिले
का
हेडक्वार्टर
है।