भारतीय रेल के खाने के बारे में ये बातें जानकर चौंक जाएंगे आप
नयी दिल्ली। आपने कई बार रेल से सफर किया होगा। सफर के दौरान आपने निश्चित तौर पर रेलवे कैंटीन का खाना खाया होगा, लेकिन क्या कभी आपने इस कैंटीन के खाने के बारे में जानने की कोशिश की। हम आज आपको रेलवे की फूड फैक्ट्री के बारे में उन अनोखे फैक्ट को बताएंगे जिसके बारे में अब से पहले तक आपने कभी नहीं सुना होगा।
आपको हम आज रेलवे की विशाल रसोई के बारे में अनसुने फैक्ट से रुबरु करवाते हैं। तस्वीरों पर क्लिक करें और जानिए रेलवे की इस अद्भुत फूड फैक्टी के बारे में....
अनोखे सच
इसकी स्थापना फरवरी 2012 में हुई थी। रेलवे के इस फूड फैक्टी के जरिए राजधानी, दुरंतो और अगस्त क्रांति जैसी ट्रेनों में हर दिन 10,000 भोजन की थाली उपलब्ध कराई जाती है।
अनोखे सच
यहां यात्रियों के लिए बनाई जाने वाली रोटियों के लिए एक मजेदार प्रक्रिया है। यहां रोटी सूखे आटे से बनाई जाती है। सूखे आंटे से सिर्फ 80 सेंकड के अंदर गोल और पकी हुई रोटी तैयार की जाती है।
अनोखे सच
रेलवे की इस फूड फैक्ट्री में नष्ट होने वाली सभी वस्तुएं रोज सुबह ताजी आती हैं, जबकि सूखे पदार्थों का तीन दिन के लिए स्टोर किया जाता है।
अनोखे सच
सब्जियां काटने की मशीन का इस्तेमाल होता है। एक घंटे के अंदर करीब 400 किलोग्राम सब्जियां काटी जाती है।
अनोखे सच
यहां इडली और वड़ा जैसे दक्षिण भारतीय खाने भी मसीनों के जरिए बनाया जाता है।
अनोखे सच
यहां की रसोई में इस्तेमाल होने वाले उपकरण विश्व के कई कोनों से मंगवाए गए हैं।
अनोखे सच
रेलवे की इस फूड फैक्ट्री का इस साल के अंत तक रोजाना 25,000 भोजन थाली प्रदान करने का टारगेट है।