इन 10 प्रशासनिक अधिकारियों ने देश का सर गर्व से उंचा किया
नई दिल्ली। भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाना हर युवा के लिए सपने जैसा होता है। लेकिन जिस तरह से वर्तमान में भ्रष्ट तंत्र से लोग परेशान हैं और प्रशासनिक अधिकारियों के अड़ियल रूख से लोग परेशान हैं उसने लोगों का इन अधिकारियों के प्रति सम्मान कम किया है।
लेकिन भ्रष्ट तंत्र में कई ऐसे ईमानदार और कर्मठ आईएएस अधिकारी भी है जिन्होंने प्रशासनिक सेवा की साख को हमेशा उंचा रखा है। कई ऐसे अधिकारी हैं जिन्होंने अपने बेहतरीन कामों की वजह से देशभर में सम्मान और प्रतिष्ठा कमायी है। आईये ऐसे ही 10 ईमानदार और निष्ठावान प्रशासनिक अधिकारियों के बारे में जानें।
नरेंद्र कुमार
2009 में बिहार से अपना सेवा शुरु करने वाले आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार ने 2012 में मध्य प्रदेश में अवैध कोयला माफियाओं की कमर तोड़कर रख दी थी, जिसके चलते उनकी महज 30 वर्ष की आयु में हत्या कर दी गयी। उनकी पत्नी ग्वालियर में आईएएस अधिकारी हैं।
अजीत डोवाल
1968 बैच के आईएपीएस अधिकारी डोवाल मिजोरम, पंजाब और कश्मीर में अपने अहम योगदान के लिए जाने जाते हैं। यही नहीं कंधार विमान अपहरण मामले को सुलझाने में इन्होंने अहम भूमिका निभायी थी। आईबी की कमान संभालने के बाद वर्तमान में डोवाल एनएसए के पद पर हैं।
बी चंद्रकला
बुलंदशहर की डीएम चंद्रकला अपने सख्त मिजाज के लिए जानी जाती हैं। भ्रष्ट ठेकेदारों के खिलाफ उन्होंने सख्त रुख अपनाया और कईयों के खिलाफ मामला दर्ज कराया जिसके बाद उन्हें काफी सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है।
सत्येंद्र दुबे
झारखंड़ में कोडर्मा नेशनल हाइवे भारी भ्रष्टाचार के खिला सत्येंद्र दुबे ने आवाज उठायी थी, साथ ही ठेकेदारों के खिलाफ जोकि सड़कों के निर्माण में धांधली कर रहे थे पर अपना डंडा चलाया था। यही नहीं उन्होंने तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को भी पत्र लिखा था। लेकिन कुछ समय बाद उनकी बिहार के गया में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।
ऑर्मस्ट्रांग पामे
मणिपुर के आईएएस अधिकारी पामे ने खुद के पैसों और स्थानीय लोगों की मदद से 100 किलोमीटर लंबी सड़का का निर्माण कराया जिसमें उन्होंने सरकार की कोई मदद नहीं ली। गांव के लोग इन्हें चमत्कारी व्यक्ति कहते हैं।
एस मंजूनाथ
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के सेल्स मैनेजर के रूप में काम करने वाले मंजूनाथ ने तेल में मिलावट के खिलाफ मोर्चा खोला था। लखनऊ में उन्होंने पेट्रोल पंप मालिकों की धांधली का खुलासा कर उसे सीज करने का आदेश दिया था जिसके बाद उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गयी।
शिवदीप वमन लांडे
पटना में 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी लांडे ने ड्रग माफिया और महिलाओं से छेड़खानी करने वालों के खिलाफ जमकर डंडे बरसाये हैं। इन्हें बड़ी आसानी से कोई भी फोन करके मुसीबत के समय बुला सकता है। ये अपनी सैलरी की 70 फीसदी हिस्सा सामाजिक कार्यों के लिए दान में दे देते हैं।
यू सग्यम
अपनी ईमानदारी और सेवाभाव के चलते तमिलनाडु के आईएएस अधिकारी सग्यम को 20 साल में 20 बार तबादले का दंश झेलना पड़ा है। वह देश के पहले ऐसे आईएएस अधिकारी हैं जिन्होंने अपनी संपत्ति को सार्वजनिक किया था। गैस माफिया सहित चुनाव में धांधली के खिलाफ सग्यम ने व्यापक अभियान चलाया था।
वीवी लक्ष्मीनारायण
लक्ष्मीनारायण ने सीबीआई के मुखिया रहते हुए कई बड़े मामलों में अहम भूमिका निभाई। अपने कार्यकाल में उन्होंने कई भ्रष्ट अधिकारियों का पर्दाफाश किया। 19 हाई प्रोफाइल केस को इन्होंने सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
आरएस संकरन
गरीबों के लिए अहम योजनायें बनाये जाने के लिए आरएस संकरन का नाम हमेशा से याद किया जाता रहा है। इन्होंने विवाह नहीं किया था और समाजसेवा में अपना जीवन समर्पित किया था।