दूसरे देशों में कहां और कैसे होता है राष्ट्रगान का सम्मान?
राष्ट्रगान से रिश्ता हर हिंदुस्तानी का जज्बाती है और जहां रिश्ते जज्बाती होते हैं वहां फिर कोई और चीज मायने नहीं रखती हैं।
नई दिल्ली। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया, जिसमें कहा गया कि अब देश के सभी सिनेेमाघरों में फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्रगान बजाना अनिवार्य होगा और सिनेमाघर में मौजूद सभी लोगों को राष्ट्रगान के सम्मान में खड़ा होना जरूरी होगा।
जानिए राष्ट्रगान से जुड़ी कुछ अनकही बातें और उनका महत्व
राष्ट्रगान केवल भारत का सम्मान नहीं है बल्कि ये देश का स्वाभिमान है और इस मान की रक्षा करना हर भारतवासी का फर्ज है। राष्ट्रगान से रिश्ता हर हिंदुस्तानी का जज्बाती है और जहां रिश्ते जज्बाती होते हैं वहां फिर कोई और चीज मायने नहीं रखती हैं।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बोले बीजेपी सांसद- हमारा राष्ट्रगान नहीं बजेगा तो किसका बजेगा?
ये तो भारत का हाल है, लेकिन क्या विश्व के दूसरे देशों में भी लोग अपने नेशनल एंथम के बारे में इसी तरह से सोचते हैं आईये जानते हैं नीचे की तस्वीरों के जरिए...
जापान
यहां के लोग भी अपने राष्ट्रगान के प्रति काफी गंभीर हैं, यहां के भी शिक्षण संस्थानों में राष्ट्रगान गाना और खड़े होना अनिवार्य है। जो लोग इसका पालन नहीं करते हैं उन्हें दंडित किया जाता है। यहां भी देश के ध्वज और नेशनल एंथम के लिए कुछ नियम कानून हैं जिन्हें हर जापानी को मानना ही पड़ता है।
मेक्सिको
- सभी स्कूलों, विश्वविद्यालयों में राष्ट्रगान को सोमवार सुबह गाना अनिवार्य है।
- नेशनल फ्लैग के सम्मान में सभी को सफेद ड्रेस पहननी होती है।
- राष्ट्रगान गलत गाने पर 880 डालर तक का जुर्माना लग सकता है।
इटली
- यहां स्कूलों, विश्वविद्यालयों या अन्य सार्वजनिक जगहों में राष्ट्रगान नहीं गाया जाता।
- केवल खेल प्रतियोगिताओं या राष्ट्रपति की रैलियों में ही यह गाया जाता है।
- यहां खड़े रहना अनिवार्य नहीं है।
थाईलैंड
- यहां राष्ट्रगान हर दिन टीवी पर सुबह 8 बजे और शाम को 6 बजे बजाया जाता है।
- सरकारी दफ्तरों और सिनेमाघरों में फिल्म शुरु होने से पहले राष्ट्रगान होता है।
अमेरिका
यहां जब भी राष्ट्रगान बजता है उस समय इस समय चाहे अमेरिकी झंडा सामने हो या न हो, सभी अमेरिकियों को जहां से धुन आ रही होती है, उस ओर अपना अपना चेहरा करके अपने दिल पर हाथ रखना होता है।