टेल्गो ट्रेन के बार में 10 खास बातें जो नहीं जानते होंगे आप
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे दिन प्रति दिन नए आयाम तय कर रही है। इसी कड़ी में टेल्गो ट्रेन का भारत में सफल होना यात्रियों और रेलवे दोनों के लिए बेहतर होगा।
आईए जानते हैं टेल्गो ट्रेन की कुछ खास बातें।
1-स्पेन में रेलवे सेक्टर की कंपनी टेल्गो जो मई 1941 में शुरू की गई थी उसका व्यवसाय लगभग पूरी दुनिया में है।
2- टेल्गो 250 किलो मीटर प्रति घंटा की स्पीड से दौड़ सकती है लेकिन भारत में इसकी स्पीड सिर्फ 150-160 किलोमीटर प्रति घंटा रखी गई है। इसके सामान्य कोच में 35 और एग्जीक्यूटिव श्रेणी में 26 यात्रियों के बैठने की सुविधा होगी।
30 फीसदी तक कम होगा यात्रा का समय
3- यह ट्रेन बाकियों के मुकाबले हल्की होती है, जिससे यात्रा के समय में 30 फीसदी तक की कमी आती है।
अगर कल यानी शनिवार को होने वाले दिल्ली मुंबई ट्रायल की बात करें तो दावा किया जा रहा है कि यह ट्रेन 12 घंटे में मुबंई पहुंचा देगी। वहीं राजधानी दिल्ली से मुंबई पहुंचाने में 17 घंटे का समय लेती है।
4- टेल्गो की बोगियों पर बाकी बोगियों के सापेक्ष कम खर्च करना होगा।
अगर हम राजधानी और शताब्दी में प्रयोग किए जाने वाले LHB बोगियों की बात करें तो इनकी अपेक्षा टेल्गो में वह खर्च 1 करोड़ रुपए तक बचेगा। इसें कम मरम्मत की जरुरच पड़ती है।
नहीं करना होगा ट्रैक्स में चेंज
5- बताया जा रहा है कि जापान की बुलेट ट्रेनों को भारत में संचालित करने के लिए जहां अच्छी खासी पटिरयों की ओवहरहॉलिंग करनी होगी वहीं टेल्गो भारत की सामान्य ट्रैक्स पर भी रफ्तार भरने में सक्षम होगी।
6- टेल्गो में रिडिंग लाइट,फूटरेस्ट,टेबल सहित अन्य कई सुविधाएं हैं जो इसे बाकी ट्रेनों से खास बनाती हैं। ये सुविधाएं हर सीट पर उपलब्ध होंगी।
इसके चलने पर आवाज कम होगी। साथ ही इसके संचालन में बिजली की कम खपत होगी
मौसम हमेशा सुहाना
7- अगर बाहर का मौसम 50 डिग्री सेल्सियस हो या फिर -20 डिग्री पर तब भी टेल्गो ट्रेन के अंदर मौसम सुहाना रहता है।
8- टेल्गो की वेबसाइट पर दावा किया गया है कि इसमें शॉवर यूनिट, कैफेटेरिया , इन हाउस रेस्तरां की सुविधा भी होगी।
उजबेकिस्तान में चलती है रोज
9- टेल्गो 250 मध्य एशिया में पहली हाईस्पीड ट्रेन है जो उजबेकिस्तान में रोजाना चलती है।
10- सब कुछ ठीक होने के बाद भी यह बात दीगर है कि टेल्गो ट्रेन्स आपकी जेब ढीली करेंगी।