भारत में कब देखा जा सकेगा सूर्य ग्रहण, जानिए यहां
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बेंगलुरू। 21 अगस्त को साल 2017 का दूसरा सूर्यग्रहण दिखाई देगा। ये पूर्ण सूर्यग्रहण होगा जो कि यूरोप, उत्तर पूर्व एशिया, उत्तर- पश्चिम अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका , दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, आर्कटिक की ज्यादातर हिस्सो में दिखाई देगा।
21 अगस्त को पूर्ण सूर्य ग्रहण, जानिए सूरज का सही 'अर्थ'
आपको बता दें कि पूरे 99 साल के बाद ऐसा अवसर आ ऱहा है जब अमेरिकी महाद्वीप में 'पूर्ण सूर्यग्रहण दिखाई' देगा इसलिए नासा की ओर से इसका लाइव टेलिकास्ट किया जाएगा। मालूम हो कि जब चन्द्रमा, पृथ्वी और सूर्य के मध्य से होकर गुजरता है तो उसे 'सूर्यग्रहण' कहते हैं, जिससे धरती के कुछ हिस्सों से सूर्य नजर नहीं आता है।
'पूर्ण सूर्यग्रहण'
जब चंद्रमा द्वारा सूर्य को पूरी तरह ढक लिया जाता है तो 'पूर्ण सूर्यग्रहण' होता है। जब चंद्रमा सूर्य के कुछ हिस्से को ढकता है तो 'आंशिक सूर्यग्रहण' और जब सूर्य के मध्य का हिस्सा कवर होता है तो उसे 'वलयाकार सूर्य ग्रहण' कहते है।
2034 तक का इंतजार
सूर्य ग्रहण को लेकर हिंदू धर्म में काफी कुछ कहा गया है इसलिए ग्रहण के लिए भारतीय काफी सजग रहते हैं और इसी कारण अधिकांश लोगों के दिमाग में ये बात चल रही है कि क्या 21 अगस्त को पड़ने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई देगा तो इसका उत्तर नहीं है। भारत वासियों को 'पूर्ण सूर्य ग्रहण' का दर्शन करने के लिए 2034 तक का इंतजार करना होगा।
आइए विस्तार से जानते हैं कि भारत में कब-कब ग्रहण दिखाई पड़ेंगे...
26 दिसंबर 2019, ग्रहण
अगर आप भारत मे ही सूर्यग्रहण को देखना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 26 दिसंबर 2019 तक का इंतजार करना होगा। ये आंशिक ग्रहण होगा जिसे कि मेंगलोर और कोयम्बटूर में देखा जा सकेगा। ये ग्रहण भारत और श्रीलंका में प्रभावी रहेगा और इन दोनों देशों के अलावा ये सुमात्रा, मलेशिया, सिंगापुर में देखा जा सकेगा।
21 जून 2020
इसके बाद दूसरा सूर्य ग्रहण 21 जून 2020 को पड़ेगा जो कि बीकानेर और नई दिल्ली में देखा जा सकेगा। इसके अलावा ये अफ्रीका, वेनजुएला, दक्षिणी पाकिस्तान, चीन और ताइवान में भी दिखाई पड़ेगा।
20 मार्च 2034
लेकिन 'पूर्ण सूर्यग्रह' को देखने के लिए भारतीयों को 20 मार्च 2034 तक का इंतजार करना होगा, ये कारगिल क्षेत्र में दिखाई पड़ेगा। ये 'पूर्ण सूर्य ग्रहण' पाकिस्तान, चीन,मध्य अफ्रीका और मध्य पूर्व के देशों में भी नजर आएगा।
रात्रि 9 बजकर 16 मिनट से आरंभ होगा
21 अगस्त 2017 को जब भारत में रात होगी तो उस वक्त अमेरिका में भी घना काला अंधकार छा जाएगा। भारतीय समय के अनुसार यह सूर्यग्रहण 21 अगस्त की रात्रि 9 बजकर 16 मिनट से आरंभ होगा और रात्रि में 2 बजकर 34 मिनट पर समाप्त होगा।
नासा आसमान में गुब्बारे भेजने की तैयारी में
21 अगस्त को लगने वाले पूर्ण सूर्यग्रहण के लिए नासा आसमान में गुब्बारे भेजने की तैयारी में है। यह कदम एक अत्यंत व्यापक ग्रहण अवलोकन अभियान का हिस्सा है। इस अभियान से पृथ्वी के अलावा जीवन के बारे में समझ बढ़ाने में मदद मिलेगी। इन गुब्बारों को माइक्रोस्ट्रेट कहते हैं। ये धरती से परे जीवन की क्षमता का पता लगाएंगे। Science Popularisation Association of Communicators and Educators (SPACE, India) भी इसका लाइव प्रसारण यू-ट्यूब पर करेगा।