OMG! पद्मा पुरस्कार की कीमत सिर्फ 250 रुपये
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। अभी बहुत दिन नहीं हुए हैं जब पदमा पुरस्कारों को लेकर तगड़ा बवाल मचा था। कई इसकी मांग कर रहे थे, तो कइयों को यह मिला, पर उन्होंने इसे अलग-अलग कारणों के चलते लेने से इंकार कर दिया। पर, क्या आपको मालूम है कि ये कितने पैसे में बनता है? आपको सुनकर यकीन नहीं होगा। पदमा पुरस्कार बनता है सिर्फ 250 रुपये में। यह पीतल पर बनता है। जिसे पदमा पुरस्कार विजेता का नाम लिखा होता है।
और प्रवासी पुरस्कार का दाम
इसके विपरीत प्रवासी पुरस्कार से सम्मानित लोगों को जो पुरस्कार मिलता है, उसकी कीमत करीब ढाई लाख रुपये होती है। ये 22 कैरट गोल्ड से तैयार होता है। प्रवासी पुरस्कार हर साल प्रवासी भारतीय सम्मेलन के अंतिम दिन उन भारतवंशियों को दिया जाता है,जो देश से बाहर रखकर जीवन के किसी क्षेत्र में ठोस काम कर रहे होते हैं। पर जरा देखिए कि इस पुरस्कार को लेकर प्रवासी भारतीयों में मारा-मारी भी नहीं होती।
जानकारों का कहना है कि सरकार पदमा पुरस्कार को भी प्रवासी सम्मान की तरह का स्तरीय बनाने के संबंध में विचार कर रही है। यानी कि आने वाले सालों में पदमा पुरस्कार भी प्रवासी सम्मान की तरह का हो जाएगा।
पुरस्कार की गरिमा
बीते कुछ साल पहले पदमश्री पुरस्कार से सम्मानित वरिष्ठ क्रिकेट समीक्षक रवि चतुर्वेदी कहते हैं कि यह अहम नहीं है दरअसल पुरस्कार कीतने पैसे में बनता है। जिसे सरकार इस पुरस्कार से सम्मानित करती है, वह अपने आप में कितना खास इंसान होता है। इसलिए सरकार को भी उन्हीं लोगों को इन पुरस्कारों से सम्मानित करना चाहिए जो इसकी गरिमा को बरकरार रख सकें।