गंभीर सिनेमा के एंग्री मैन ओमपुरी को इसलिए याद रखेगा बॉलीवुड...
गंभीर सिनेमा के एंग्री मैन माने जाने वाले ओमपुरी ने कई फिल्मों में हास्य कलाकार की भूमिका भी निभाई।
नई दिल्ली। 6 जनवरी की सुबह हिंदी सिनेमा के लिए दुख भरी खबर लेकर आई है, आज सवेरे बॉलीवुड के महान कलाकर ओमपुरी का हार्ट अटैक से निधन हो गया, वो 66 साल के थे। ओमपुरी के यूं अचानक दुनिया को अलविदा कह देने से केवल फिल्म जगत ही नहीं बल्कि पूरा भारत शोक और सकते में हैं।
नहीं रहे बॉलीवुड अभिनेता ओम पुरी, हार्ट अटैक से निधन
बताया जा रहा है कि वह बीते कई दिनों से बीमार थे और इसके बावजूद वह अपनी आने वाली फिल्म 'रामभजन जिंदाबाद' के प्रमोशन में जुटे थे, लेकिन आज उनके शरीर ने उनका साथ छोड़ दिया और उन्होंने दुनिया से विदा ले ली।
पाकिस्तान और हॉलीवुड की फिल्मों में भी काम
ओमपुरी केवल एक प्रख्यात और मंझे हुए नेता ही नहीं थे, बल्कि वो एक अभूतपूर्व प्रतिभा के मालिक थे। उनके जाने की बात अभी भी लोगों को पच नहीं रही है। 18 अक्टूबर, 1950 को अंबाला में पैदा हुए ओमपुरी एक बड़े एक्टर बनेंगे, ये बात उन्होंने खुद नहीं सोची थी। हिंदी फिल्मों के अलावा पाकिस्तान और हॉलीवुड की फिल्मों में भी उन्होंने काम किया था।
महान और बहुमुखी कलाकार
ओमपुरी की फिल्मों के किरदार बिल्कुल आम इंसान से जुड़े होते थे, उनका निभाया रोल और उनकी आवाज उन्हें समकक्ष अभिनेताओं से अलग करती थी और इसी कारण आज उनके जाने का बाद लोग उन्हें महान और बहुमुखी कलाकार की उपमाओं से नवाज रहे हैं।
फिल्म 'घासीराम कोतवाल'
ओम पुरी ने अपने फ़िल्मी सफर की शुरुआत मराठी नाटक पर आधारित फिल्म 'घासीराम कोतवाल' से की थी। वर्ष 1980 में रिलीज फिल्म 'आक्रोश' ओम पुरी के सिने करियर की पहली हिट फिल्म थी।
पद्मश्री पुरस्कार विजेता
पद्मश्री पुरस्कार विजेता रहे ओमपुरी ने कई फिल्मों में यादगार अभिनय किया, जिन्हें लोग कभी भी नहीं भूल सकते हैं। ओमपुरी आवाज के धनी थे। कई डॉक्युमेंट्री और फिल्मों में उनकी आवाज को शामिल किया गया और इसी के बूते उन्होंने उसे एक अलग मुकाम पर पहुंचाया।
गंभीर सिनेमा के एंग्री मैन ओमपुरी
आक्रोश, अर्धसत्य, आघात और द्रोहकाल जैसी फिल्मों में यादगार किरदार निभाने वाले ओमपुरी अक्सर कहा करते थे कि आज बॉलीवुड में कहानी का टोटा है। गंभीर सिनेमा के एंग्री मैन माने जाने वाले ओमपुरी ने कई फिल्मों में हास्य कलाकार की भूमिका भी निभाई और लोगों को पेट पकड़कर हंसने पर मजबूर कर दिया था, 'प्यार तो होना ही था' और 'मालामाल वीकली' इसके साक्षात उदाहरण हैं।
हिंदी सिनेमा और कलाप्रेमी कभी नहीं भूल पाएगा
सैम एंड मी, सिटी आफ जॉय और चार्ली विल्सन वार जैसी अंग्रेजी फिल्मों समेत उन्होंने लगभग 200 फिल्मों में काम किया। चार्ली विल्सन में उन्होंने पाकिस्तान के राष्ट्रपति जिला उल हक की भूमिका निभाई । हाल के वर्षो में मकबूल और देव जैसी गंभीर फिल्मों में अभिनय करने वाले ओमपुरी अपने सशक्त अभिनय के साथ ही अपनी सशक्त आवाज के लिए भी जाने जाते थे जिन्हें हिंदी सिनेमा और कलाप्रेमी कभी नहीं भूल पाएगा।