'बच्चों को स्मार्ट बनाना है तो खेलने दे मोबाइल गेम'
नई दिल्ली। हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, एक अच्छा और एक बुरा..यह बात सही है कि आजकल अगर बच्चों पर ध्यान ना दिया जाये तो उन्हें गुमराह होते टाइम नहीं लगता है इसलिए अक्सर बड़े-बूढ़े कहते हैं कि बच्चों को मोबाइल और इंटरनेट से दूर रखो और जब भी उन्हें यह सारी चीजें दो तो पैरेंटस को यह बात पता होनी चाहिए कि बच्चे मोबाइल, टीवी और इंटरनेट पर क्या देख रहे हैं।
यह बात पूर्णतया सही भी है लेकिन इससे इतर एक और बात नये शोध में निकलकर आयी है कि मोबाइल पर गेम खेलना और मोबाइल का प्रयोग बच्चों के तीव्र दिमागी विकास में सहायक बन रहा है। इसलिए अगर आप अपने बच्चों को स्मार्टफोन अथवा टैबलेट पर गेम खेलने से मना करते हैं तो अब ऎसा न करें।
मोबाइल गेम खेलने से बच्चों का दिमाग तेज होता है
यह शोध क्वॉलकॉम वायरलेस रीच और सीस्मी वर्कशॉप ने किया है, जिसमें बिहार और दिल्ली के 4500 बच्चों के व्यवहार पर नजर रखी गई, इन सभी बच्चों की उम्र 5 से 8 साल तक बीच की थी। इस शोध में क्लीयर हुआ है कि स्मार्टफोन और टैबलेट आधारित गेम्स न केवल बच्चों की सोचने और जल्द फैसला लेने कि स्किल को डेवलप करते हैं।
बच्चे गेम के कारण जल्दी सोचते हैं
बच्चों के किताबों से ज्यादा स्मार्टफोन अथवा टैबलेट से शेपस, गिनती की चीजें समझ में आती हैं जो कि एक अच्छी बात है। इसलिए अगर आप भी अपने बच्चों को स्मार्ट बनाना चाहते हैं तो आज से बच्चों को स्मार्टफोन अथवा टैबलेट के डांटना बंद कर दीजिये।