Murgency: एक एप जो स्मार्ट फोन के जरिए करेगी महिलाओं की रक्षा
नई दिल्ली। आज जब स्मार्ट फोन का दौर है तो फिर हर चीज आपकी उंगलियों पर आ गई है। इन सबके बीच ही महिलाओं के लिए भी एक ऐसी एप लांच कर दी गई है जो बस एक उंगली के इशारे पर उन्हें हर साधन मुहैया करा सकती है।
एमअर्जेंसी
यह
दुनिया
की
पहली
ऐसी
एप
है
जिसे
मेडिकल
इमरजेंसी
लेकिन
महिलाओं
से
जुड़े
मेडिकल
इश्यू
और
इमरजेंसी
के
लिए
लांच
किया
गया
है।
यह
एप
न
सिर्फ
किसी
परेशानी
में
पड़ी
महिलाओं
को
मदद
मुहैया
कराएगा
बल्कि
अचानक
किसी
स्वास्थ्य
समस्या
के
आ
जाने
पर
उसका
समाधान
भी
करेगी।
कहीं भी जाएं एप हमेशा रेडी
इस एप को बनाने वाली कंपनी एमअर्जेंसी इंक की डायरेक्टर और को-फाउंडर श्वेता मंगल ने एप के बारे में जानकारी दी।
इस बारे में कहती हैं कि इस एप को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि महिलाएं जहां कहीं भी जाएं अगर उनके पास यह एप है तो वह खुद को सुरक्षित महसूस करें।
उन्होंने कहा कि यह एप मुसीबत के समय उन्हें उनके दोस्तों और परिवारवालों के संपर्क में तुरंत लाती है।
महिला सशक्तीकरण के लिए एप
उन्होंने इस एप को महिला सशक्तीकरण के लिए जरूरी बताया और कहा कि आज बज महिलाएं आजाद हैं तो उन्हें काम और सफर के समय किसी भी तरह के डर को भी महसूस नहीं करना चाहिए। यह एप एंड्रॉयड और एप्पल दोनों तरह के स्मार्ट फोन के लिए डिजाइन की गई है।
वर्चुअल बॉडीगार्ड
इस
एप
का
पहला
फीचर
'वर्चुअल
बॉडी
गार्ड,'
उन
महिलाओं
के
लिए
है
जो
अकेले
सफर
करती
हैं।
इस
एप
के
जरिए
वे
अपनी
जियो
लोकेशन
अपने
दोस्तों
और
परिवार
वालों
के
साथ
शेयर
कर
सकती
हैं।
वह
कैब,
गाड़ी
या
फिर
ड्राइवर
की
फोटोग्राफ
तुरंत
अपलोड
कर
सकती
हैं।
शाउट आउट
यूजर्स
को
500
मीटर
से
50
किलोमीटर
के
दायरे
के
अंदर
कम्यूनिकेट
करने
का
मौका
देता
है।
हाइवे,
दूसरे
शहर
में
खो
जाने
या
फिर
अपने
बच्चे
के
गुम
हो
जाने
पर
एप
के
बाकी
यूजर्स
से
संपर्क।
महिलाएं
अगर
चाहें
तो
अपने
संदेशों
की
जरूरतों
पर
अपनी
रेंज
भी
बदल
सकती
है।
नीयरबाय
इस फीचर की मदद से महिलाएं जरूरत पड़ने पर आसपास स्थित किसी पुलिस स्टेशन से संपर्क कर सकती हैं।