एलियंस होते हैं, दुनियाभर के धर्म करते हैं इस बात की पुष्टि
नई दिल्ली। यूं तो आपने एलियन के बारे में कई किस्से और कहानियां सुनी होंगी। लेकिन डेविड वेंट्राब की नयी किताब एलियन के बारे में लोगों की विचारधारा को नये सिरे से पेश करती हैं। डेविड ने अपनी किताब में धर्म के आधार पर एलियंस के अस्तित्व के बारे में रोचक खुलासे किये हैं।[जानिये भारत में कहां होती है वेश्यावृत्ति]
ईसाई
ही
नहीं
दर्जनों
धर्म
करते
हैं
एलियंस
के
होने
की
पुष्टि
डेविड कहते हैं कि जब मैंने पहली बार लाइब्रेरी में इस विषय पर खोज की तो मुझे ज्यादातर किताबें रोम कैथोलिक और ईसाई धर्म से ही जुड़ी मिली जिसमें एलियंस का जिक्र है। जिसके बाद मैंने इस विषय के बारे में विस्तार से रिसर्च करने का फैसला लिया।
डेविड की किताब रिलिजन और एक्स्ट्रा टेरेस्टेरियल लाइफ में दर्जनों धर्मों की एलियंस के प्रति मान्यताओं के बारे में जिक्र किया गया है। वैज्ञानिकों के शोध पर नजर डालें तो गैर सौरीय ग्रहों की संख्या 10 लाख से भी अधिक है।
10
लाख
से
अधिक
हैं
गैर
सौरीय
ग्रह
वर्ष 2000 के शोध में खगोलशास्त्रीयों ने 50 और ग्रहों के होने की बात कही है। लेकिन गृहों की यह संख्या अब 1000 के पार पहुंच गयी है। ऐसे में अग गृहों की संख्या ऐसे ही बढ़ती रही तो 2045 तक यह बढ़कर 10 लाख तक पहुंच सकती है।
हालांकि इतने गृहों की खोज के बाद भी किसी पर जीवन के होने की बात सामने अभी तक नहीं आ सकी है। लेकिन लोगों की राय पर नजर डाले तो एक तिहाई अमेरिकी इस बात पर यकीन करते हैं कि एलियंस होते हैं।
धर्म
के
आधार
पर
एलियंस
पर
लोगों
का
विश्वास
55
फीसदी
नास्तिक
एलियंस
पर
विश्वास
करते
हैं
44
फीसदी
मुसलमान
एलियंस
पर
विश्वास
करते
हैं
37
फीसदी
जीयूस
एलियंस
पर
विश्वास
रखते
हैं।
36
फीसदी
हिंदू
एलियंस
पर
विश्वास
रखते
हैं।
32
फीसदी
ईसाई
एलियंस
पर
विश्वास
रखते
हैं।
हिंदू
और
इस्लाम
धर्म
भी
मानते
हैं
वहीं अगर एशिया में धर्मों को मानने वालों का एलियंस के अस्तित्व के बारे में अलग-अलग विचारधारा है। हिंदू धर्म के अनुसार इंसान का पुनर्जन्म हो सकता है और ठीक इसका उल्टा भी होता है एलियंस भी इंसान के रूप में जन्म लेते हैं। वहीं बुद्ध धर्म हजारों ऐसे जीवों पर भरोसा करता है।
वहीं कुरान के अनुसार इस गृह पर धार्मिक ताकतें मौजूद हैं लेकिन इस्लाम ऐसी साधारण जीवों के अस्तित्व पर विश्वास नहीं करता है। वहीं इस्लाम धर्म में धार्मिक शक्तियों के अस्तित्व को स्वीकार करता है और इस्लाम को मानने वाला हर व्यक्ति इस पर यकीन भी करता है।