जानिए ख्वाबों के जुड़ी 9 दिलचस्प बातें, जिनसे आप हैं अंजान
ख्वाबों के दुनिया की बात ही अलग होती है।
बंद आंखों से हर रात हम जाने कहां से कहां से घूम आते हैं। कभी सड़कों पर, कभी आसमान, कभी अंजान जगहों पर तो कभी घर की छत पर। ऐसी ही हजार बातें सपने बन कर हर रात हमारे दिमागों पर छाई रहती है। जो सुबह उठते ही हमारे आंखों से ही नहीं बल्कि कुछ समय के बाद हमारे मस्तिष्क से भी गायब हो जाती है।
लेकिन क्या आपको पता है ख्वाबों की नगरी से जुड़े कई ऐसे तथ्य हैं जिनसे शायद आप अंजान हों। जिनमें से कुछ हैरान करने वाले भी हैं। जैसे की क्या आपको पता है कि एक रात में आप चार से सात सपने देख लिया करते हैं। वहीं, हर सपने का कुछ न कुछ अर्थ जरूर होता है।
तो चलिए आगे की स्लाइड्स में आपको रूबरू कराते हैं ख्वाबों की दुनिया के कुछ तथ्यों से।
आंखें खुलते ही भूल जाते हैं 90 प्रतिशत सपने
आंखें खुलते ही हम 50 प्रतिशत सपने भूल जाते हैं। वहीं, 10 मिनट के बाद हमारे सपने का 90 प्रतिशत भाग दिमाग से निकल जाता है।
ख्वाब आपको भी आते हैं
जी हां। अगर आप सोचते हैं कि आपको सपने नहीं आते हैं, तो आप गलत हैं। सच्चाई यह है कि आप सपने भूल जाते हैं।
हर ख्वाब का होता है कोई मतलब
हर ख्वाब में कोई न कोई गहरा अर्थ छिपा होता है। जिसे कभी हम समझ जाते हैं, जबकि अनेकों बार नजरअंदाज कर जाते हैं।
कोई जाना पहचाना
जी हां। सपने में आपको वहीं चेहरे दिखाई देते हैं, जो आपके जाने पहचाने होते हैं। या कभी कहीं न कहीं आप उस चेहरे से रूबरू हुए होते हैं।
हर किसी को नहीं आते रंगीन सपने
हर किसी को नहीं आते रंगीन सपने नहीं आते। विश्व में लगभग 12 प्रतिशत लोगों को सपनों में रंग नहीं दिखता ।
नकारात्मक भावनाएं ज्यादा आती हैं
सपने में सबसे ज्यादा उत्सुकता का भाव होता है। सपने में आप की बार व्यग्र हो उठते हैं। वहीं, यह भी माना गया है कि सपने में पॉजिटिव से ज्यादा निगेटिव भावनाएं आती हैं।
जानवर भी देखते हैं सपने
सिर्फ इंसान ही नहीं बल्कि जानवर भी सपने देखते हैं। जानवर कई बार सोते वक्त आवाजें निकालते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वो सपने देख रहे होते हैं।
एक रात में कई सपने
एक रात में हम चार से सात सपने देख लेते हैं। यानि लगभग हर दो घंटे में हम दूसरे सपने में प्रवेश कर जाते हैं। लेकिन इनमें से कई हमें याद नहीं रहता।
रैपिड आई मूवमेंट
रैपिड आई मूवमेंट एक नॉर्मल स्टेज होती है। हमारी नींद का 20-25 प्रतिशत हिस्सा इस स्टेज के अंर्तगत आती है। जिसमें सोते वक्त हमारी आंखों में गतिविधि होती है। साथ ही इस दौरान हम सबसे ज्यादा सपने देखते हैं।