गुजरात में 108 सूर्य नमस्कार कर बना 'वर्ल्ड रिकॉर्ड', 12 सूर्य नमस्कार ही हैं 'पूर्ण योग'
नई दिल्ली। कल यानि 21 जून का अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है। बात जब योग की होती है तो सबसे पहला ध्यान सूर्य नमस्कार पर जाता है। सूर्य नमस्कार के बिना योग की क्रियाएं अधूरी हैं। वैसे तो सूर्य नमस्कार के 12 स्टेप्स होते हैं लेकिन 'इंटरनेशनल योगा डे' के अवसर पर गुजरात में 275 लोगों ने मिलकर 108 तरह के सूर्य नमस्कार किए हैं। अदभुत सूर्य नमस्कार के चलते इन्होंने अपना नाम 'वर्ल्ड रिकॉर्ड' में दर्ज कराया है। आइए जानते हैं कि सूर्य नमस्कार कैसे हमारे जीवन को नई राह प्रदान करता है।
क्या है सूर्य नमस्कार ?
सूर्य नमस्कार यूं तो योग की पहली क्रिया है। सही मायनों में यह सिर्फ नमस्कार नहीं, योग नहीं बल्कि एक वैज्ञानिक और आध्यात्मिक थेरेपी का उत्तम तालमेल है। जब आप 12 सूर्य नमस्कारों के साथ मंत्रों का उच्चारण करते हैं तो इसका सीधा असर शरीर की कुंडलियों पर पड़ता है।
Gujarat: 275 ppl perform 108 Surya Namaskar together in Vadodara, ahead of the International Yoga Day, in an attempt to make a world record. pic.twitter.com/P3qpMQPzer
— ANI (@ANI_news) June 20, 2017
क्यों करें सूर्य नमस्कार
यदि आपके पास समय की कमी है, और आप चुस्त दुरुस्त रहने का कोई नुस्ख़ा ढूँढ रहे हैं, तो सूर्य नमस्कार उसका सबसे अच्छा विकल्प है| अगर आप बिना मंत्र बोले भी सूर्य नमस्कार के 12 स्टेप कर लेते हैं तो वहीं आपके लिए काफी ऊर्जावान होता है।
सूर्य नमस्कार के फायदे
पॉजिटिव
एनर्जी-
नियमित
सूर्य
नमस्कार
को
सही
तरीके
से
किया
जाए
तो
शरीर
में
ऊर्जा
आती
और
नजरिया
सकारात्मक
होता
है।
बेहतर
डाइजेशन-
पेट
के
अंगो
पर
असर
होता
है
इसलिए
डाइजेशन
अच्छा
होता
है।
कॉन्स्टिपेशन,
एसिडिटी
जैसी
समस्याओं
को
दूर
होती
हैं।
बॉडी
डिटॉक्स
करें-
गहरी
सांस
लेने
खून
तक
ऑक्सीजन
पहुंचता
है,
कार्बन
डाइऑक्साइड
से
छुटकारा
मिलता
है।
स्ट्रॉन्ग
नर्वस
सिस्टम-
सूर्य
नमस्कार
करने
से
मेमारी
बढ़ती
है,
नर्वस
सिस्टम
को
मजबूत
कर
यह
स्ट्रेस
दूर
करता
है।
पीरियड
रेगुलर
करें-
अनियमित
मासिक
धर्म
की
शिकायत
भी
काफी
हद
तक
सूर्य
नमस्कार
से
ठीक
होती
है।
थाइराइड
मेंटेन
करें-
इससे
थाइराइड
ग्लैंड
कि
क्रिया
नॉर्मल
होती
है।
वजन
घटाएं-
आप
डायटिंग
से
ज्यादा
तेजी
से
सूर्य
नमस्कार
से
वजन
कम
कर
सकते
हैं।
कौन नहीं कर सकता सूर्य नमस्कार
-
हार्निया
और
हाई
बीपी
वालों
को
कभी
भी
सूर्य
नमस्कार
नहीं
करना
चाहिए।
हमेशा
बचकर
रहें।
-
गर्भवती
महिलाओं
को
सूर्य
नमस्कार
गर्भ
के
तीसरे
महीने
से
बंद
करना
उचित
रहता
है।
-
पीरियड
के
दौरान
सूर्य
नमस्कार
से
बच
कर
रहें।
-
जिन्हें
बहुत
ज्यादा
कमर
दर्द
होता
है
वह
एक्सपर्ट
से
सलाह
के
बाद
ही
इस
योग
को
करें।
सूर्य नमस्कार के पहले रखें ध्यान
जब भी सूर्य नमस्कार करें तो उसके पहले एक बार ठंडे पानी से स्नान कर लें। इससे रोमछिद्र खुल जाते हैं और कोशिकाओं में तेजी आती है।
सूर्य
नमस्कार
करने
के
बाद
जब
पसीना
निकलता
है
तो
उसे
शरीर
पर
मल
लें।
इससे
आप
ज्यादा
ऊर्जा
शरीर
को
देते
हैं।
अगर
आप
सूर्य
नमस्कार
रोजाना
करते
हैं
तो
सही
मात्रा
में
पानी
पिएं
ताकि
खुद
को
स्वस्थ
रख
सकें।
ये हैं वे 12 'सूर्य नमस्कार'
1. प्रणामासन
2. हस्तउत्तानासन
3. हस्तपादासन
4. अश्वसंचालासन
5. अधोमुखश्वानासन
6. अष्टांगनमस्कारासन
7. भुजंगासन
8. अधोमुखश्वानासन
9. अश्वसंचालासन
10. हस्तपादासन
11. हस्तउत्तानासन
12. प्रणामासन
सूर्य नमस्कार को करने के बाद कुछ देर श्वासन करें।