सैलरी 16000, फिर भी राज्यसभा में जाने की क्यों है मारामारी
राज्य सभा सदस्यों को मात्र 16000 रुपए सैलरी मिलती है, लेकिन सुविधाओं का इतना भरमार है कि राजनेता इसे चूकना नहीं चाहते।
नई दिल्ली। गुजरात की तीन राज्य सभा सीटों के लिए आज मतदान हुआ। थोड़ी देर में चुनाव के नतीजें भी सामने आ जाएंगे। राज्स सभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी, बीजेपी नेता बलवंत सिंह राजपूत और कांग्रेस नेता अहमद पटेल मैदान में हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल पांच बार राज्य सभा सदस्य रह चुके हैं, लेकिन इस बार उनके जीत को लेकर आशंका बनी हुई है। ऐसे में ये जानना बेहद दिलचस्प होगा कि आखिर क्यों कम सैलरी होने के बावजूद नेता राज्य सभा जाने के लिए मारामारी करते है। आपको बता दें कि राज्य सभा सदस्यों को मात्र 16000 रुपए सैलरी मिलती है, लेकिन सुविधाओं का इतना भरमार है कि राजनेता इसे चूकना नहीं चाहते। आइए आपको बताते हैं राज्यसभा सदस्यों की सैलरी और सुविधाओं से जुड़ी खास बातें...
वेतन
राज्यसभा सदस्यों को बेहद ही मामूली सैलरी मिलती है। उन्हें हर माह मात्र 16000 रुपए बतौर सैलरी के तौर पर मिलती है, ये सैलरी उन्हें वेतन और भत्ता मेंबर ऑफ पार्लियामेंट एक्ट 1954 सैलरी, अलाउंस और पेंशन के तहत दिया जाता है।
दैनिक भत्ता
राज्य सभा सदस्यों की दैनिक भत्ते की बात करें तो हर सदस्य को प्रतिदिन 1,000 रुपये इसके नाम पर मिलते हैं। जितने भी दिन सदन चलती है या कमेटी की बैठक होती है उसके नाम पर उन्हें प्रति दिन 1000 रुपए का दैनिक भत्ता मिलता है।
संवैधानिक भत्ता
इस भत्ते के नाम पर राज्यसभा सदस्यों को प्रति महीने 20,000 रुपये का भुगतान किया जाता है। ये भुगतान तब तक होता है जब तक वो सदस्य के पद पर रहते है।
कार्यालय व्यय भत्ता
कार्यालय व्यय भत्ते के नाम पर एक राज्य सभा सदस्य को 20,000 रुपए प्रतिमाह मिलता है। इसमें से वह 4000 रुपए स्टेशनरी और पोस्ट आइटम्स पर खर्च कर सकता है। इसके अलावा अपने सहायक रखने पर सांसद 14 हजार रुपए खर्च कर सकता है।
यात्रा भत्ता और सुविधाएं
कभी किसी पार्लियामेंट सेशन, मीटिंग या इस ड्यूटी से जुड़ी किसी बिजनेस मीटिंग को अटैंड करने के लिए सदस्यों को कहीं बाहर जाना होता है तो इसके लिए उन्हें यात्रा भत्ता मिलता है। राज्यसभा सदस्यों को ट्रेन से हर महीने के आधार पर एक फ्री नॉन-ट्रांसफेयरेबल फर्स्ट क्लास एसी और एक सेकेंड क्लास का किराया भी इन्हें दिया जाता है। वहीं हवाई यात्रा के लिए उन्हें मात्र 25 प्रतिशत ही देना पड़ता है। जबकि सड़क से यात्रा करने पर उन्हें 34 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से भत्ता मिलता है।
यात्रा के दौरान सुविधाएं
राज्यसभा सदस्यों को हवाई यात्रा के दौरान कई सुविधाएं सरकार की ओर से मिलती है। हर साल वह पति या पत्नी या किसी रिश्तेदार के साथ 34 हवाई यात्रा बिल्कुल फ्री कर सकते हैं।इसके अलावा उनका कोई भी रिश्तेदार अकेले साल में आठ बार मुफ्त हवाई सफर कर सकता है।
टेलीफोन की सुविधाएं
हर सदस्य को दो फोन रखने का अधिकार है। इनमें से एक फोन सांसद के घर पर और दूसरा इनके दिल्ली ऑफिस में रखना होता है। इन फोन्स का खर्चा सरकार की ओर से वहन किया जाता है। इन फोन में से हर एक से एक साल में कुल 50,000 लोकल कॉल करने की आजादी है। इसके अलावा हर सदस्य को इंटरनेट कनेक्शन की सुविधा फ्री में मिलता है।
पानी और बिजली पर रियायतें
हर साल सदस्यों को 4000 किलोलीटर पानी और 50,000 यूनिट बिजली सप्लाई बिल्कुल फ्री दी जाती है। ये सुविधा इनके सरकारी निवास या निजी भवन में मिलती है।
सरकारी आवास
राज्यसभा सदस्यों को रहने के लिए सरकारी आवास की सुविधा मिलती है। इस जगह का किराया भी सरकार की ओर से मिलने वाले भत्ते के अंतर्गत आता है। उनके घर में फर्नीचर से लेकर पर्दे तक का खर्च सरकार वहन करती है।
स्वास्थ्य सुविधा
सदस्यों को स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं के नाम पर वह सभी सुविधाएं मिलती हैं जो सेंट्रल गर्वनमेंट हेल्थ स्कीम के तहत सेंट्रल सिविल सर्विसेज के क्लास-1 ऑफिसर्स को मिलती है।