How to: कैसे खोलें खुद का रेस्तरां
हवा, भोजन और पानी इन चीज़ों के बिना इंसान जिंदा नहीं रह सकता है। भोजन रेस्तरां के खुलने का आधार बन सकता है लेकिन चलने का नहीं। रेस्तरां को चलाने के लिए आपके पास पूंजी, सही स्थान, स्टाप, मेन्यू एवं इसे चलाने की योजना होनी चाहिए। इस क्षेत्र में आपका अनुभव आपके काम आ सकता है। यदि आपने इस बिज्नस को सेटअप करने का निर्णय ले लिया है तो नीचे दी गई बातों पर भी एक नज़र डालें।
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भारत में रेस्तरां खोलने से जुड़ी कुछ जरूरी बातें
1 आप किस प्रकार का रेस्तरां खोलना चाहते हैं
आप किस प्रकार का रेस्तरां खोलना चाहते हैं इसका फैसला रेस्तरां में रखे जाने वाले व्यंजनों पर निर्भर करता है। पाकशास्त्र का ज्ञान एवं इसमें आपका तजुर्बा रेस्तरां को चलाने में आपकी मदद करेगा। यदि आप अपना रेस्तारां एक मौल में खालना चाहते हैं तो आप एक फास्ट फूड़ रेस्तरां या एक फैमिली क्विज़ीन के रूप में अपनी शुरूआत कर सकते हैं। इससे यह पता चलता है कि रेस्तरां को खोलने में स्थान भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
2 रेस्तरां में लगने वाली पूंजी
कोई भी काम आपको शुरूआत में ही मुनाफा कमाकर नहीं देगा। अतः जब तक आपका रेस्तरां सेट नहीं हो जाता आपको उससे जुडे खर्चों को उठाना होगा। आप जिस बिज्नस में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं वह अन्य बिज्नस से अलग है। यहां चीज़ों को ना बिकने पर अधिक समय के लिए रखा नहीं जा सकता।
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रेस्तरां को शुरू करने से पहले खान-पान की चीज़ों का हिसाब, नौकरों की तनख़्वाह एवं रेस्तरां के किराए का हिसाब लगाना जरूरी है।
3 रेस्तरां शुरू करने से जड़ी कानूनी बातें
रेस्तरां शुरू करने से पहले मालिक के पास रेस्तरां को शुरू करने का लाइसेंस होना चाहिए। यह लाइसेंस व परमिट आपको स्वास्थ्य सेवा विभाग से प्राप्त होगा। फूड स्थापना परमिट एक महत्वपूर्ण परमिट है जोकि रेस्तरां के मालिक के पास मौजूद होना चाहिए। इसके अलावा, मालिक को रेस्तरां का बीमा भी करवाना पड़ता है।
4 रेस्तरां का इंटीरियर
आप अपने रेस्तरां को किस तरह का लूक देना चाहते हैं यह आप पर निर्भर करता है। हालांकि आज बाज़ार में चीजों की कमी नहीं है लेकिन खरीदने से पहले आपको वस्तुओं का सही दाम पता करना होगा। इसके अलावा, फर्नीचर काफी आरामदेह व खूबसूरत होना चाहिए।
5 मेन्यू
आज हम उस दौर में नहीं है जहां केवल भारतीय व्यंजनों को पसंद किया जाता है। अब ग्राहक हर क्विज़ीन का स्वाद चखना पसंद करता है और कुछ व्यंजन उसकी पसंदीदी व्यंजनों की सूची में भी शामिल हो चुके हैं। इसलिए अपने ग्राहकों को ध्यान में रख कर अपना मेन्यू चुनें। साथ ही, आपके रेस्तरां में मिलने वाले पकवानों के दाम अन्य रेस्तरां से अधिक नहीं होने चाहिए।
6 सही तरह से काम विभाजित करें
आपको कितने कर्मचारियों की जरूरत है तथा कौन सा कर्मचारी क्या काम करेगा इसकी सूची पहले से तैयार रखें। अपने कर्मचारियों को ग्राहकों से बात करने की ट्रेनिंग भी प्रदान करें। यदि रेस्तरां के कर्मचारियों को अलग पोशाक उपलब्ध कराई गई है तो उनकी पोशाक साफ-सुथरी होना चाहिए। कर्मचारियों का रवैया ग्राहकों को आकर्षिक करने में मदद करता है।
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जिस कर्मचारी को जो काम सौंपा गया है उसे वही काम करने दें। यदि स्टाफ की कमी के कारण आप वेटर को शेफ के काम पर लगाएंगे तो परोसे जाने वाले व्यंजन का हला क्या होगा इसका अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं है। इस कटौती में सबसे अधिक नुकसान आपको होगा।
7 विज्ञापन
विज्ञापन देने के लिए आपको रेस्तरां के खुलने तक का इंतज़ार करने की जरूरत नहीं है। लोगों को आकर्षित करने के लिए आप अपने रेस्तरां का प्रचार कुछ हफ्ते पहले ही आरंभ कर सकते हैं। इसके लिए आप शहर के प्रमुख जंक्शनों पर अपने रेस्तरां के बैनर व पोस्टर लगा सकते हैं। स्थानीय ऐड्वर्टाइज़्मन्ट एजंसी की मदद से पर्चों द्वारा अपने रेस्तरां का प्रचार कर सकते हैं।
8 सोशल मीडिया प्रमोशन
आज सोशल मीडिया हर व्यक्ति से साथ चलना है। फिर चाहे व्यक्ति दफ्तर में हो या घर में इंटरनेट उस मिलों दूर से अपने करीब खींच लेता है। फेसबुक, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हर व्यक्ति अपनी मौजूदगी को दर्ज करता है। जिस वजह से यह मिडीया प्रचार का एक बहुत बड़ा माध्यम बन गया है। आप सोशल मिड़ीया पर अपने रेस्तरां का एक पेज बना सकते हैं तथा ब्लॉग द्वारा आप रेस्तरां के व्यंजनों की या आपके रेस्तरां में आयोजित होने वाले फूड फैस्ट की जानकारी लोगों तक पहुंचा सकता हैं।
9 प्रचार
ब्लॉग पर पोस्ट होने वाली टिप्पणियों से केवल आप ही नहीं बल्कि अन्य ग्राहक भी एक दूसरे से जुडते हैं। यहां पर पोस्ट होने वाली चर्चा, आपको अपने व्यजनों को एवं अपने रेस्तरां के सुधार से जुड़े कुछ सुझाव उपलब्ध करा सकती है। लुभावने डिस्काउंट से आप ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने में सक्षम हो सकते हैं। जरूरी मौकों व त्यौहारों पर ऐसे डिस्काउंट आपके रेस्तरां के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
10 समीक्षा एवं फीड़बैक
रेस्तरां में आने वाले ग्राहकों से फीड़बैक जरूर लें। ये सुझाव रेस्तरां को बेहतर बनाने में आपकी मदद करेंगे। यह सफलता तक पहुंचने की पहली सीढ़ी है। यहां की गई चूक आपको आगे नहीं बल्कि पीछे खींचेगी।