#Flashback2016: ये हैं वो 16 वायरल चीजें जो निकलीं अफवाह
साल 2016 में काफी चीजें सोशल मीडिया के जरिए सामने आईं, जिनमें से कुछ सच रहीं तो कुछ झूठ भी जमकर वायरल हुए।
नई दिल्ली। साल 2016 बीतने में बस कुछ ही दिन बचे हैं। साल बीत रहा है तो अपने पीछे कई सारी अच्छी और बुरी यादें भी छोड़कर जा रहा है। 2016 में काफी चीजें सोशल मीडिया के जरिए सामने आईं, जिनमें से कुछ सच रहीं तो कुछ झूठ भी जमकर वायरल हुए। पढ़िए, 2016 की वो 16 बातें जो खूब वायरल हुईं लेकिन महज अफवाह थीं।
1. 2000 रुपये के नोट में चिप लगे होने का सच
8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की और साथ में 2000 रुपये और 500 रुपये के नए नोट जारी करने का भी ऐलान किया। इस घोषणा के साथ ही सोशल मीडिया पर तरह-तरह की अफवाहें फैलने लगीं और 2000 रुपये के नोट को लेकर कई तरह की बातें आने लगीं। नोट को लेकर जिस बात की सबसे ज्यादा चर्चा रही वह थी इसमें जीपीएस चिप लगे होने की बात। नोट जारी होने के बाद आखिरकार आरबीआई को सफाई देने पड़ी कि नोट में किसी तरह की चिप या ट्रैकिंग डिवाइस नहीं है।
कालाधन सफेद करने वाले बीजेपी नेता के घर छापा, करोड़ों के हेरफेर का शक
2.
क्या
2000
का
नोट
खुद-ब-खुद
उड़
जाएगा?
दो
हजार
रुपये
के
नोट
में
चिप
की
बात
झूठी
साबित
होने
के
बाद
उसके
गायब
होने
और
रंग
को
लेकर
भी
अफवाहें
उड़ीं।
सोशल
मीडिया
में
मैसेज
वायरल
होने
लगे
कि
2000
रुपये
का
नोट
तीन
साल
में
अपने
आप
गायब
हो
जाएगा।
इसे
सरकार
की
रणनीति
का
हिस्सा
बताया
जा
रहा
था।
वायरल
हुए
मैसेज
में
कहा
गया
कि
'नोट
का
रंग
धीरे-धीरे
उड़ता
जाएगा
और
लगभग
तीन
साल
में
नोट
का
गुलाबी
रंग
पूरी
तरह
उड़
जाएगा
और
ये
सिर्फ
एक
सफेद
कागज
रह
जाएगा
जो
नोट
नहीं
माना
जाएगा.
यह
मोदी
सरकार
की
साजिश
है।'
इस
वायरल
मैसेज
की
पड़ताल
की
गई
तो
यह
भी
झूठा
साबित
हुआ।
भारत
समेत
दुनिया
भर
के
देशों
में
नोटों
की
छपाई
के
लिए
intaglio
स्याही
का
इस्तेमाल
होती
है।
इसे
टिश्यू
या
रुई
से
रगड़ने
पर
थोड़ा
रंग
छूट
सकता
है
लेकिन
इसका
मतलब
ये
नहीं
है
कि
नोट
गायब
हो
जाएगा।
3. सर्जिकल स्टाइक करने वाले जवानों की टीम की वायरल तस्वीर
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में घुसकर आतंकी ठिकानों को तबाह करने वाली भारतीय कमांडो की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई। तस्वीर को शेयर करते हुए बताया गया कि जो सैनिक उसमें दिख रहे हैं वे सर्जिकल स्ट्राइक में शामिल थे और पाकिस्तान को करारा जवाब देने वाले शूरवीर हैं। जवानों की सुरक्षा को खतरे में डालकर शेयर की गई ये तस्वीर पूरी तरह झूठी थी। सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देने वाली टीम के संबंध में जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई और न ही उसकी तस्वीरें कभी जारी हुईं। तस्वीर को वायुसेना ने गलत करार दिया। वायुसेना ने बताया कि तस्वीर में जिस विमान में सैनिकों को बैठे हुए दिखाया गया वह एक ट्रांसपोर्ट विमान है। किसी भी ऑपरेशन में ऐसे विमान का इस्तेमाल नहीं होता। भारतीय सैनिक सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देने हेलीकॉप्टर से गए थे।
नोटबंदी के बाद छापेमारी में जब्त किए जा रहे नोटों का होगा क्या?
4.
सैनिक
के
कंकाल
का
झूठा
मैसेज
सर्जिकल
स्ट्राइक
के
सरकार
के
दावे
के
बाद
इसके
समर्थन
और
विरोध
में
कई
तरह
के
मैसेज
सोशल
मीडिया
पर
वायरल
हुए।
इसी
के
बीच
एक
ऐसी
तस्वीर
सामने
आई
जिसमें
एक
सैनिक
का
कंकाल
और
उसके
हेलमेट
मिलने
का
दावा
किया
जा
रहा
था।
दावा
किया
जा
रहा
था
कि
पाकिस्तान
से
मुकाबला
करते
हुए
सैनिक
शहीद
हुआ
है।
हालांकि
तस्वीर
की
पड़ताल
की
गई
तो
पता
चला
कि
जो
हेलमेट
और
गन
उसमें
दिख
रहे
हैं
वह
भारतीय
सेना
में
इस्तेमाल
ही
नहीं
होते
और
न
ही
पहले
होते
थे।
तस्वीर
द्वितीय
विश्व
युद्ध
के
समय
की
थी
जिसे
अब
सोशल
मीडिया
पर
शेयर
किया
जा
रहा
था।
ऐसे
हेलमेट
और
गन
उस
वक्त
पश्चिमी
देशों
की
सेनाएं
इस्तेमाल
करती
थीं।
5. बांग्लादेश में खून की नदी
इस साल बकरीद के बाद बांग्लादेश की राजधानी ढाका में सड़के खून से रंगी थीं। बारिश की वजह से सड़कों में खून से लाल पानी बह रहा था लेकिन इसे लेकर सोशल मीडिया पर काफी बहस छिड़ी। लोगों ने इसे समुदाय विशेष के खिलाफ विरोध बताते हुए कहा कि मटमैले पानी को एडिटिंग सॉफ्टवेयर के जरिए लाल कर दिया गया है। हालांकि स्थानीय मीडिया ने इसे लेकर कई खबरें चलाई और बताया कि खून से रंगी सड़कों की जो तस्वीर वायरल हुई वह सही थी और जिन तस्वीरों को मटमैला करके दिखाया गया था वह गलत थीं। तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया पर इतना मजाक उड़ा कि कई रंगों की तस्वीर वायरल हुई और लोग चुटकी लेने लगे।
6. कतर की राजकुमारी के सेक्स स्कैंडल में फंसने की कहानी
सोशल मीडिया में एक तस्वीर वायरल हुई जिसमें दावा किया गया कि कतर की राजकुमारी शेख सलवा लंदन में एक होटल में सात लोगों के साथ आपत्तिजनक हालत में मिलीं। खबर और तस्वीर पर अंग्रेजी अखबार फाइनेंशियल टाइम्स का हवाला दिया जा रहा था और उस पर कतर दूतावास के बयान भी दिए थे। लेकिन अगले ही दिन इस बात का खुलासा हुआ कि जिसे राजकुमारी की तस्वीर बताया जा रहा था वह एक महिला कारोबारी की तस्वीर थी। उनका नाम आलिया अब्दुल्ला है और वह मजरुई होल्डिंग्स एलएलसी की सीओओ हैं। जांच में यह भी पता चला कि अखबार ने ऐसी कोई खबर छापी ही नहीं।
7. ब्रिटिश प्रधानमंत्री के सामान ढोने की तस्वीर
ब्रिटेन में छह साल तक सत्ता चलामे वाले प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने इस्तीफा दिया और सरकारी आवास छोड़ दिया। कैमरन के प्रधानमंत्री आवास छोड़ने की खबर पर एक तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल होने लगी जिसमें उन्हें सामान उठाते हुए दिखाया गया। कैमरन की तारीफ में लोग तरह-तरह की बातें कह रहे थे और भारतीय नेताओं को कोस भी रहे थे। हालांकि तस्वीर की पड़ताल की गई तो पता चला कि कैमरन की ये तस्वीर 2007 की है। उस वक्त वह विपक्ष के नेता थे। यह तस्वीर तब की है जब कैमरन अपने परिवार के साथ लंदन में नए घर में शिफ्ट हो रहे थे।
8. बिहार की सड़क को लेकर वायरल हुआ झूठ
जुलाई में वरिष्ठ पत्रकार मधु किश्वर ने एक तस्वीर ट्वीट की और लिखा कि उस तस्वीर से बिहार में सड़क निर्माण में हो रहे घोटाले की पोल खुल रही है। किश्वर ने जो तस्वीर शेयर की थी उसमें सड़को को कालीन की तरह मोड़कर उखाड़ते हुए दिखाया गया था। तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो गई। लेकिन जब पड़ताल की गई तो कहानी कुछ और निकली। तस्वीर बिहार की नहीं, बांग्लादेश की थी। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने तस्वीर पर जवाब देते हुए ट्वीट किया कि यह बिहार को बदनाम करने की साजिश है। यह बिहार की तस्वीर नहीं है।
9. योग दिवस पर रेल मंत्री की झपकी
21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग का कार्यक्रम खत्म होने के बाद सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल होने लगा। दावा किया गया कि योग दिवस कार्यक्रम के दौरान रेलमंत्री सुरेश प्रभु सो गए। योग दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए रेलमंत्री आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में थे। वीडियो में दावा किया गया कि शवासन करते वक्त रेल मंत्री को नींद आ गई। करीब एक मिनट 12 सेकेंड के वीडियो में दिखाया गया कि रेल मंत्री जब सो जाते हैं तो एक शख्स उनके पैर को हिलाकर उन्हें जगाता है। वीडियो की पड़ताल में पता चला कि ये इस साल का नहीं 2015 का है। रेलमंत्री तब कोच्चि में एक योग शिविर में हिस्सा लेने पहुंचे थे। उस कार्यक्रम में रेलमंत्री विशेष अतिथि थे। 2016 के योग दिवस पर वीडियो को वायरल करके झूठ फैलाने की कोशिश हुई।
10.
फेसबुक
इस्तेमाल
को
लेकर
वायरल
मैसेज
फेसबुक
हर
किसी
की
जिंदगी
की
हिस्सा
बनता
जा
रहा
है।
बहुत
से
लोगों
के
लिए
फेसबुक
किसी
राजदार
से
कम
नहीं
है।
फेसबुक
पर
इस
साल
एक
मैसे
ज
तेजी
से
वायरल
हुआ,
जिसमें
कहा
जा
रहा
था
कि
फेसबुक
आपकी
सारी
अपडेट
पर
नजर
रखता
है
और
आपके
निजी
मैसेज
और
तस्वीरें
भी
देख
सकता
है।
यह
भी
दावा
किया
जा
रहा
था
कि
फेसबुक
टीम
उन
तस्वीरों
और
मैसेज
को
भी
देख
सकती
है
जिन्हें
डिलीट
कर
दिया
गया।
इस
मैसेज
के
साथ
एक
और
मैसेज
था
जिसमें
लिखा
था
कि
फेसबुक
को
कोई
भी
जानकारी
पब्लिक
करने
की
अनुमति
नहीं
दी
जा
जाती।'
लेकिन
जब
इस
दावे
की
पड़ताल
की
गई
तो
पता
चला
कि
ऐसा
कुछ
भी
नहीं
है।
फेसबुक
टीम
ने
भी
इसे
लेकर
बयान
जारी
किया
और
बताया
कि
वे
ऐसा
कोई
भी
कदम
नहीं
उठाने
जा
रहे।
11. बीजेपी विधायक की हॉट तस्वीरों का सच
असम विधानसभा चुनावों में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत से विरोधी पार्टियों में खलबली मची। इसी के साथ एक विधायक जिसकी सबसे ज्यादा चर्चा रही वो हैं अंगूरलता डेका। मॉडल और अभिनेत्री रह चुकी अंगूरलता सबसे कम उम्र की विधायक बनीं। चुनाव जीतने के बाद चर्चा में आईं अंगूरलता के नाम पर कुछ तस्वीरें वायरल होने लगीं और उन तस्वीरों पर लोग भद्दे कमेंट करने लगे। दावा किया जा रहा था कि जो तस्वीरें वायरल हो रही हैं वो 30 साल की अंगूरलता की हैं। जबकि ऐसा नहीं था। जो तस्वीरें वायरल हुईं वो अहमदाबाद की मशहूर फिटनेस एक्सपर्ट सपना व्यास की थीं। इस पूरे घटनाक्रम से वह काफी नाराज थीं। सपना व्यास फिटनेस की दुनिया का जाना-माना नाम हैं। कभी 86 किलो की सपना ने 33 किलो वजन घटाकर दुनिया के सामने मिसाल पेश की थी।
12.
तेदुलकर
के
बेटे
अर्जुन
को
लेकर
वायरल
हुआ
मैसेज
सचिन
तेंडुलकर
के
बेटे
अर्जुन
तेंडुलकर
को
लेकर
वायरल
हुए
एक
मैसेज
ने
सोशल
मीडिया
में
जबरदस्त
बहस
छेड़ी।
मैसेज
में
दावा
किया
जा
रहा
था
कि
1000
से
ज्यादा
रन
का
विश्व
रिकॉर्ड
बनाने
वाले
प्रणव
धनावड़े
की
जगह
सचिन
के
सचिन
के
बेटे
को
अंडर-16
टीम
में
जगह
दे
दी
गई।
यह
भी
कहा
गया
ऐसा
सिर्फ
सचिन
के
प्रभाव
की
वजह
से
हुआ
है।
हालांकि
सच
ये
था
कि
प्रणव
के
रिकॉर्ड
से
पहले
ही
अंडर-16
टीम
का
चयन
हो
चुका
था
और
उसमें
अर्जुन
को
जगह
मिल
चुकी
थी।
इस
बारे
में
प्रणव
के
पिता
ने
भी
बताया
कि
सोशल
मीडिया
में
गलत
जानकारी
शेयर
हो
रही
है।
वेस्ट
जोन
अंडर-16
टीम
में
अर्जुन
का
चयन
बतौर
बॉलिंग
ऑलराउंडर
हुआ
था।
13. बाबा रामदेव की पतंजलि बीयर
बात स्वदेशी की होती है सबसे पहले बाबा रामदेव और पतंजलि के प्रोडक्ट निशाने पर आते हैं। इस साल एक मैसेज वायरल हुआ कि बाबा रामदेव पतंजलि एयरलाइंस लॉन्च करने जा रहे हैं। यही नहीं, दवाइयों के साथ बाबा रामदेव स्वदेशी बीयर भी बेचेंगे। मैसेज में दावा किया जा रहा था कि बाबा रामदेव विजय माल्या की कंपनी किंगफिशर को टक्कर देने के लिए स्वदेशी बीयर ला रहे हैं। हालांकि इस बारे में जब बाबा रामदेव से बात की गई तो उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह महज अफवाह है।
14.
किडनैप
होने
पर
उल्टा
ATM
पिन
डालने
का
सुझाव
सोशल
मीडिया
में
एक
मैसेज
तेजी
से
वायरल
हुआ
जिसमें
दावा
किया
गया
कि
अगर
कोई
बदमाश
आपको
किडनैप
करने
के
बाद
आपसे
एटीएम
से
पैसे
निकालने
को
कहे
तो
विरोध
मत
कीजिए।
मैसेज
में
बताया
गया
कि
अगर
आप
अपना
एटीएम
पिन
उल्टा
डालेंगे
तो
कंट्रोल
रूम
को
अलर्ट
पहुंच
जाएगा
कि
आप
मुसीबत
में
हैं
और
आपको
लूटा
जा
रहा
है।
यानी
आपका
ATM
पिन
अगर
5678
है
तो
उसकी
जगह
8765
डालिए।
लेकिन
पड़ताल
में
यह
मैसेज
फर्जी
पाया
गया।
पुलिस
के
मुताबिक
ऐसा
कोई
सिस्टम
नहीं
बनाया
गया
है
जिसके
तहत
पुलिस
को
इसकी
सूचना
मिल
सके।
15. कन्हैया की वायरल तस्वीर
जेएनयू कैंपस में देश विरोधी नारे लगने की घटना के बाद कई ऐसी तस्वीरें और वीडियो वायरल हुए जिसमें छात्रों को नारेबाजी करते दिखाया गया। इसी बीच एक तस्वीर सोशल मीडिया में फैली जिसमें कन्हैया सोफे पर बैठा हुआ है और उसके साथ दिख रही महिला को कन्हैया की टीचर बताया गया। साथ ही लिखा गया कि कन्हैया को गोद में बैठाकर टीचर पढ़ा रही हैं। तस्वीर का सच जानने के लिए पड़ताल शुरू हुई तो पता चला कि जिस महिला को कन्हैया की टीचर बताया जा रहा था वह जेएनयू में एमफिल कर रही एक छात्रा है। उसने खुद ही वह तस्वीर फेसबुक पर डाली थी। दो तस्वीरों में एक में कन्हैया साथ था दूसरे में मनोज वाजपेयी। लेकिन शरारती तत्वों मे कन्हैया की टीचर बताकर छात्रा की तस्वीर वायरल कर दी।
16.
जेएनयू
में
3000
कंडोम
के
इस्तेमाल
की
कहानी
जेएनयू
में
लगातार
विवाद
हुए
तो
यह
अलग-अलग
वजहों
से
सुर्खियों
में
रहा।
देश
विरोधी
गतिविधियां
होने
की
बात
सामने
आने
पर
बीजेपी
के
एक
विधायक
ने
कहा
कि
यहां
रोजाना
3000
कंडोम
इस्तेमाल
होते
हैं।
इसके
बाद
सोशल
मीडिया
में
जेएनयू
को
लेकर
कई
तरह
के
मैसेज
वायरल
होने
लगे।
वायरल
मैसेज
में
दावा
किया
गया
कि
जेएनयू
के
सफाई
कर्मचारी
रोजाना
3000
बीयर
केन,
2000
शराब
की
बोतलें
और
10
हजार
से
ज्यादा
सिगरेट
के
टुकड़े
बरामद
करते
हैं।
इसके
अलावा
बीड़ी
के
चार
हजार
टुकड़े
और
3000
इस्तेमाल
किए
हुए
कंडोम
भी
बरामद
होते
हैं।
साथ
ही
अबॉर्शन
के
500
इस्तेमाल
किए
हुए
इंजेक्शन
मिलते
हैं।
हालांकि
पड़ताल
की
गई
तो
ये
सारे
दावे
फर्जी
पाए
गए।
इनका
कोई
सोर्स
नहीं
है
और
ये
बातें
निराधार
निकलीं।