1200 क्रिकेट स्टेडियम के बराबर बिजली जलती है भारत-पाक बॉर्डर पर
बेंगलुरु। नासा ने दूसरी बार भारत और पाकिस्तान के बॉर्डर की एक फोटोग्राफ जारी की है। इससे पहले नासा ने वर्ष 2011 में भी ऐसी ही एक तस्वीर जारी की थी जिसमें अंतरिक्ष से भारत और पाक के बीच बॉर्डर चमकता हुआ नजर आ रहा था।
नासा की इस तस्वीर के साथ ही एक बार फिर से दोनों देशों के बीच बॉर्डर सुर्खियों में आ गया है। शायद काफी समय के बाद दोनों देशों के बीच मौजूद बॉर्डर से जुड़ी कोई सुकून देने वाली खबर मिलती है।
हमेशा दोनों देशों के बीच इंटरनेशनल बॉर्डर और एलओसी से सिर्फ गोलीबारी और मौत की खबरें ही आती हैं। इस खबर के बाद हमने सोचा क्यों न आपको उन रोचक तथ्यों से रूबरू कराया जाए जो भारत और पाकिस्तान के बॉर्डर से जुड़े हैं।
150,000 फ्लड लाइट्स वाला बॉर्डर
भारत ने पाकिस्तान के साथ सटी सीमा पर 150,000 फ्लड लाइट्स इंस्टॉल करके रखी है। 50,000 पोल्स पर लगी इन लाइट्स की वजह से ही बॉर्डर स्पेस से साफ नजर आता है।
दुनिया में सबसे कठिन बॉर्डर
भारत और पाकिस्तान का बॉर्डर दुनिया के सबसे खतरनाक बॉर्डर्स में से एक है। भारत और पाक की सेनाएं एक ओर जहां -60 डिग्री वाले वॉर जोन सियाचिन में तैनात रहती हैं। तो वहीं दूसरी ओर वह 50 डिग्री की भूनकर रख देने वाली गर्मी में भी अपने-अपने वतन की हिफाजत में लगी रहती हैं।
सर सिरिल रेडक्लिफ ने तैयार किया बॉर्डर
भारत और पाकिस्तान के बीच बॉर्डर तैयार करने की जिम्मेदारी ब्रिटिश लॉयर सर सिरिल रैडिक्लिफ को दी गई थी। रेडक्लिफ वह शख्स थे जिन्होंने दोनों देशों के बीच बंटवारे में अहम भूमिका अदा की थी। रेडक्लिफ को जब जिम्मेदारी मिली तो वह पहली बार भारत आए।
बिना अनुभव वाला रेडक्लिफ का स्टाफ
रेडक्लिफ की ही तरह उनके साथ भारत आई टीम को दोनों देशों के बारे में कुछ भी पता नहीं था। इसके अलावा न तो उन्हें और न ही उनकी टीम को इससे पहले बॉर्डर तैयार करने जैसे किसी काम का कोई अनुभव था।
क्या सोचते थे रेडक्लिफ
रेडक्लिफ किसी भी तरह से इस काम को पूरा करके वापस लौटना चाहते थे। उनको इस बात का अंदाजा था कि दोनों देशों के लोग इस बंटवारे के साथ ही मुश्किलों को झेलने के लिए मजबूर होंगे।
नष्ट कर दिए थे रेडक्लिफ ने सारे डॉक्यूमेंट्स
रेडक्लिफ ने भारत छोड़ते समय दोनों देशों के बीच बॉर्डर को तैयार करने वाले सभी डॉक्यूमेंट्स को ब्रिटेन छोड़ने से पहले नष्ट कर दिया था।
सिर्फ दो घंटे में तैयार हो गया बॉर्डर
जल्दबाजी में दोनों देशों के बीच सीमाएं निर्धारित हुईं और दोनों देशों के प्रतिनिधियों को आखिरी नतीजा पढ़ने के लिए सिर्फ दो घंटे का समय ही दिया गया था।
क्या है रेडक्लिफ लाइन
सर सिरिल रेडक्लिफ के नाम पर ही वेस्ट पाकिस्तान से लेकर बांग्लादेश तक के बॉर्डर को रेडक्लिफ लाइन का नाम दिया गया।
कितना लंबा है बॉर्डर
दोनों देशों के बीच बॉर्डर की लंबाई 2,900 किमी तक फैली है। यह आंकड़ा पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग सर्विस यानी पीबीएस की ओर से दिया गया है।
सिंध से सटी सीमाएं
दोनों देशों के बीच गुजरात से लगी सीमाओं को इंटरनेशनल बॉर्डर और सिंध से सटी सीमाओं को एलओसी कहते हैं।